Petrol-Diesel के बढ़ते दामों पर बोलने से बचे रामदेव, पतंजलि के बहिष्कार की मांग तेज, टॉप ट्रेंड बना #BoycottPatanjali
Petrol-Diesel के बढ़ते दामों पर बोलने से बचे रामदेव, पतंजलि के बहिष्कार की मांग तेज, टॉप ट्रेंड बना #BoycottPatanjali
Petrol-Diesel : पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों के बीच बाबा रामदेव (Swami Ramdev) का बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। रामदेव से जब कोई सवाल करता है कि आपने पहले बयान दिया था कि चासील रुपये लीटर पेट्रोल (Petrol Price Hike) मिलेगा तो इस पर रामदेव भड़क जाते हैं और कहते हैं कि मैंने बयान दिया था लेकिन अब नहीं देता, कर ले क्या करेगा, चुप हो जा और अब आगे पूछेगा तो ठीक नहीं। वहीं अब ट्वीटर पर पतंजलि के बहिष्कार (Boycott Patanjali) की मांग तेज हो गई है।
लेखक व ब्लॉगर हंसराज मीणा अपने ट्वीट में लिखते हैं - '2014 से पहले बाबा रामदेव जोर शोर से भाजपा के लिए प्रचार करते थे। भाजपा को वोट देने और ₹40 प्रति लीटर पेट्रोल पाने का वादा करते थे। आज पेट्रोल 100के पार है। पत्रकार ने जब सवाल किया तो पत्रकार को धमकी देने लगे। शर्मनाक। आइए बाबा के सभी प्रोडेक्ट का बहिष्कार करें।'
2014 से पहले बाबा रामदेव जोर शोर से भाजपा के लिए प्रचार करते थे। भाजपा को वोट देने और ₹40 प्रति लीटर पेट्रोल पाने का वादा करते थे। आज पेट्रोल 100के पार है। पत्रकार ने जब सवाल किया तो पत्रकार को धमकी देने लगे। शर्मनाक। आइए बाबा के सभी प्रोडेक्ट का बहिष्कार करें। #BoycottPatanjali pic.twitter.com/FzfZ41Xg9P
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) March 30, 2022
एक दूसरे ट्वीट में हंसराज ने पुराना वीडियो साझा करते हुए लिखा- '2014 से पहले बाबा रामदेव को "लोकपाल कानून" चाहिए था। स्विस बैंक से "कालाधन" चाहिए था। पेट्रोल डीजल के "30 रूपए लीटर" दाम चाहिए था। आज वही बाबा रामदेव बोल रहे है कि ये सवाल किए तो ठीक नहीं होगा। बाबा का ये कमीनापन नहीं तो और क्या हैं? याद है या भुल गए।'
2014 से पहले बाबा रामदेव को "लोकपाल कानून" चाहिए था। स्विस बैंक से "कालाधन" चाहिए था। पेट्रोल डीजल के "30 रूपए लीटर" दाम चाहिए था। आज वही बाबा रामदेव बोल रहे है कि ये सवाल किए तो ठीक नहीं होगा। बाबा का ये कमीनापन नहीं तो और क्या हैं? याद है या भुल गए। सुनिए। #BoycottPatanjali pic.twitter.com/5WJ2dYytEQ
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) March 30, 2022
एक अन्य यूजर हिमांशु कन्नौजिया ने लिखा- धिक्कार है। व्यवसायी रामदेव के नाम के आगे बाबा मत लगाओ। पतंजलि लोगों को बेवकूफ बनाकर प्रतिदिन करोड़ों कमाता है।
Shame on Businessmen Ramdev
— Himanshu Kanojia (@Himanshuk_inc) March 30, 2022
Don't use baba before his name. Patanjali earn crore's per day by fooling people's.@LambaAlka#BoycottPatanjalipic.twitter.com/8681Lc8fsr
एक अन्य यूजर शरीफ अली तंज कसते हुए लिखते हैं- 'बाबा भारत के लिए अधिक कर राजस्व लाने की जिम्मेदारी के साथ खुद पर बोझ डालते हैं, इसलिए अपने उत्पादों पर कीमतें बढ़ाते हैं। बाबा को अंतहीन सवाल करना पसंद नहीं है। चलिए बाबा को व्यापार से थोड़ा आराम देते हैं। ओम शांति।
Baba burdens himself with the responsibility of bringing more tax revenue for India, hence raising prices on his produts.
— Sherif Ali ibn el Kharish (@mindgage) March 30, 2022
Baba doesn't like being questioned endlessly.
Let's give Baba some rest from business.
Om Shanthi🙏#BoycottPatanjali pic.twitter.com/QCJ1Kq9FmJ
एक अन्य यूजर जीतेंद्र मीणा ने लिखा- 'एक न्यूज रिपोर्टर ने बाबा रामदेव जी से पेट्रोल के भाव के बारे में क्या सवाल कर लिया बाबा तो गुस्सा हो गए। जब कांग्रेस की सरकार थी तो पेट्रोल 40 रूपये लीटर था और गैस सिलेंडर 500 रुपये था तब स्मृति ईरानी ने मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजी थी और अब इतनी महगाई के बाद भी दोनों चुप हैं।'
एक न्यूज़ रिपोर्टर ने #बाबा_रामदेव_जी से पेट्रोल के भाव के बारे में क्या सवाल कर लिया बाबा तो गुस्सा हो गए जब कांग्रेस की सरकार थी तो पेट्रोल 40 रूपये लीटर था और गैस सिलेंडर 500 रुपये था तब @smritiirani ने मनमोहन सिंह को चूड़ियां भेजी थी और अब इतनी महगाई के बाद भी दोनों चुप है pic.twitter.com/ZYvmsI5aNw
— Jitendra Meena (@Jitendra_meenaa) March 31, 2022
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गुरुवार को एक बार पिर अस्सी पैसे प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गई है। पिछले दस दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कुल 6.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। विपक्ष ने भी इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।