पिता हुए हादसे का शिकार तो 7 साल का बेटा बना जोमाटो का डिलीवरी ब्यॉय, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
पिता हुए हादसे का शिकार तो 7 साल का बेटा बना जोमाटो का डिलीवरी ब्यॉय, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
Zomato Delivery Boy : सोशल मीडिया पर 7 साल के जोमैटो डिलीवरी ब्वॉय की मार्मिक कहानी वायरल हो रही है। पिता हादसे का शिकार हुए तो बच्चे ने छोटी उम्र में ही परिवार की जिम्मेदारी अपने कंधे पर उठा ली। वह पैसे कमाने के लिए जोमैटो डिलीवरी एक्जीक्यूटिव के रूप में काम कर रहा है। वह अपनी पढ़ाई भी जारी रखे हुए है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जोमाटो डिलीवरी ब्यॉय
टि्वटर पर पोस्ट किए गए वीडियो में बताया गया है कि लड़का 7 साल का है। उसके पिता दुर्घटना का शिकार हो गए हैं। बच्चे के वीडियो को हजारों लोगों ने देखा है। लोग इसे खूब शेयर कर रहे हैं। 29 सेकंड के इस वीडियो को खाने की डिलीवरी लेने वाले एक व्यक्ति ने बनाया है। एक हाथ में चॉकलेट का डिब्बा और दूसरे हाथ में मोबाइल फोन पकड़े बच्चे ने पूरे आत्मविश्वास से सवालों का जवाब दिया।
Amazing dedication for someone at so young age.
— Nani Venkat TRS (@NaniVenkatTRS) August 4, 2022
After his father's accident, a 7-year-old boy does #Zomato deliveries on a bicycle till 11 p.m. & goes to school in the morning.@KTRTRS @trsharish @RaoKavitha@zomato @zomatocare @SonuSood @KTRoffice @BTR_KTR @SoodFoundation pic.twitter.com/jNixpr3Oft
शाम 6 बजे से रात 11 बजे तक करता है डिलीवरी
वीडियो बनाने वाले व्यक्ति ने बच्चे से बात की है। उसने पूछा कि बेटा आपके पिता को क्या हुआ है। इस पर बच्चा कहता है कि उन्हें चोट लगी है। पापा के जगह पर मैं खाना पहुंचा रहा हूं। सुबह स्कूल जाता हूं। शाम के छह बजे से काम शुरू करता हूं और रात 11 बजे तक खाना पहुंचाता हूं। मैं अपनी साइकल से घूमकर खाना पहुंचाता हूं। सोशल मीडिया पर लोग बच्चे के दृढ़ संकल्प की तारीफ कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि बच्चे ने कठिन समय में जिस तरह परिवार को संभालने के लिए जिम्मेदारी उठाई यह बहुत बड़ी बात है। बहुत से यूजर ने बच्चे की मदद करने की अपील भी की है।
जोमाटो करेगा बच्चे के पिता की मदद
पोस्ट पर जोमैटो ने रिप्लाई करते हुए यूजर से बच्चे के पिता की डिटेल मांगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जोमाटो ने बच्चे के पिता के डिलीवरी अकाउंट को फ्रीज कर दिया है, ताकि बच्चा उनकी जगह पर काम न कर सके। जोमाटो ने बच्चे और उसके पिता को हर संभव मदद पहुंचाने की भी बात कही है।