'चलो मुजफ्फरनगर': किसान महापंचायत के तैयारियां जोरों पर, जुटेंगे 5 लाख से ज्यादा किसान
जनज्वार। सितंबर 2020 में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली में डटे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत की तैयारियां जोरों पर है। यह किसान महापंचायत 5 सितंबर यानि कल मुजफ्फरनगर के जीआईसी ग्राउंड में होनी है। किसानों की ओर से दावा किया जा रहा है कि इसमें देशभर से पांच लाख से ज्यादा किसान पहुंचेंगे। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत के बेटे गौरव टिकैत खुद तैयारियों में जुटे हुए हैं।
जीआईसी ग्राउंड में विशाल टैन्ट लगाया गया है। चौतरफा लाउडस्पीकर लगाए गए हैं। बीच-बीच हो रही बारिश के चलते जमा पानी की निकासी भी किसान कर रहे हैं। इसके साथ ही किसानों के लिए खाना तैयार करने में पांच हजार कारीगर जुटे हैं। अलग-अलग जगहों पर पांच सौ भंडारे होंगे। दूसरी ओर शहर जगह-जगह होर्डिंग्स लगाए गए हैं जिनमें 'किसान एकता जिंदाबाद', 'किसानों की ताकत देखेगा भारत' जैसे नारे लिखे हुए हैं। इसके साथ ही बड़ी संख्या में किसानों के जत्थे भी पहुंचने शुरू हो गए हैं।
जीआईसी ग्राउंड में किसान महापंचायत के लिए एक बड़ा मंच बनाया गया है जो करीब सौ फीट लंबा और सौ फीट चौड़ा है और ऊंचाई दस फीट है। यहीं से महापंचायत में आने वाले किसानों को संबोधित किया जाएगा। यहां पहुंचने वाले किसानों के लिए खाने-पीने, रुकने की व्यवस्था की गई है। इसका जिम्मा भारतीय किसान यूनियन के नेता गौरव टिकैत देख रहे हैं।
गौरव टिकैत ने बताया कि शहर में अलग-अलग जगह पांच सौ भंडारों में भोजन की व्यवस्था की गई है। एक-एक भंडारे में हलवाई समेत दस दस लोग लगाए गए हैं। भंडारों के अलावा 110 गांवों से खाना बनकर आएगा। अन्य जगह भी भट्ठी चढ़ा दी गई है।
खबरों के मुताबिक लाखों किसान यहां पहुंचने शुरू हो गए हैं। एक जत्थे में 100 से 250 तक किसान शामिल हैं। इन में बच्चे और महिलाएं भी भारी संख्या में आ रहे हैं।
वहीं किसानों की इतनी बड़ी तैयारी देख प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। किसान महापंचायत की सुरक्षा व्यवस्था उसके चुनौती बन गई है। मेरठ जोन के एडीजी राजीव सभरवाल, डीआईजी सहारनपुर प्रतिंदर सिंह और एसएसपी मुजफ्फरनगर अभिषेक यादव सुरक्षा इंतजामों का जायजा ले रहे हैं। आठ कंपनी पीएसी, आरएएफ, यूपी पुलिस, एटीएस की टीम तैनात की गई है। करीब तीन हजार जवान सुरक्षा में लगेंगे।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने ऐसे अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है, जो पहले मुजफ्फरनगर में तैनात रहे हैं और किसानों-भाकियू नेताओं में अच्छी पहचान रखते हैं। अपर पुलिस उपायुक्त लखनऊ से श्रवण कुमार सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर सें संजीव बाजपेई को लगाया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक आगरा से शिवराम यादव, नोएडा से प्रबल प्रताप सिंह लगाए हैं। यह चारों ही अफसर मुजफ्फरनगर में लंबे समय तक तैनात रहे हैं। कई आईपीएस अफसर भी दूसरे जिलों से लगाए गए हैं।
सोशल मीडिया पर चलो मुजफ्फरनगर हैशटैग के साथ किसान महापंचायत में पहुंचने की अपील की जा रही है।
If alive, we have to show it as the voice of farmers.
— Professor (@heistprofessor_) September 4, 2021
To save the crop breed, farmers will have to come to Muzaffarnagar on September 5 in the Mahapanchayat.#चलो_मुजफ्फरनगर#FarmersProtest pic.twitter.com/Hx8am3zCVv
To shake the government farmers from all across India are coming to Mujaffarnagar UP on 5th September #किसानों_मुजफ्फरनगर_चलो#RSSDirtyPolitics_AntiFarmer#FarmersProtest pic.twitter.com/AIdgce94JM
— ਅਮਨਦੀਪ ਕੌਰ🌱 (@Amandeep_45) September 4, 2021
When I went to the ground of mahapanchayat today, I saw that the crowd of farmers has started gathering, it was very nice to see the crowd of farmers today and it seems that tomorrow is going to be the biggest Mahapanchayat.#किसानो_मुजफ्फरनगर_चलो #RSSDirtyPolitics_AntiFarmer pic.twitter.com/jqRtk0RKaz
— Harpreet Singh Randhawa (@harryRandhawa09) September 4, 2021
Let's support the farmer together. Remember the sacrifices of the peasant martyrs and continue the fight to repeal their black laws, achieve victory #RSSDirtyPolitics_AntiFarmer #किसानो_मुजफ्फरनगर_चलो #FarmersProtest
— Priti Chaudhary (@HryTweet_) September 4, 2021
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