अभेद सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज प्रेजीडेंट पहुँचेंगे अपनी जन्मस्थली, 3 क्विंटल फूलों से पूजन के बीच 2 मौतों का खेद
आज अपनी जन्मस्थली परौंख पहुँचेंगे महामहिम कोविंद.यहां के पथरी देवी मंदिर की पूजा करेंगे.
जनज्वार, कानपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के स्वागत के लिए यूपी के कानपुर देहात में जलसे सा आलम है। संबंधित अधिकारी पिछले एक महीने से इसके लिए तैयारियों को अमलीजामा पहनाने में व्यस्त रहे। कानपुर देहात किसी किले जैसी सुरक्षा से घिरा हुआ है। महामहिम आज रविवार को अपनी जन्मभूमि परौंख सहित पुखरायां तहसील भी जाएंगे।
देहात की धरती पर अब बस लोगों को इंतजार है महामहिम के कदम पड़ने का। सुबह महामहिम कोविंद अपने पैतृक गांव परौंख में पथरी देवी मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे। इस मंदिर को महंगे नासिक के गुलाबों और लखनऊ से लगाए गये रजनीगंधा फूलों से सजाया गया है। इसके अलावा मंदिर में 6 अलग-अलग प्रकार के तीन क्विंटल फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
वहीं महामहिम के आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था की अगर बात की जाए तो इसे और भी सख्त कर दिया गया है। चप्पे-चप्पे में भारी पुलिस बल और अर्धसैनिक बलों के जवानों सहित कई बिल्डिंगो पर स्नाइपर शूटर भी तैनात किए गये हैं। इसके अलावा सुरक्षा एंजेसियों ने भी बारीकी से हर कोने पर निगाह बनाए रखी है, साथ ही अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थलों पर डेरा डाला हुआ है।
राष्ट्रपति 27 की सुबह कानपुर से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से कानपुर देहात पहुँचेंगे। कानपुर देहात के ग्रामीण इलाके डेरापुर तहसील स्थित पैतृक गांव परौख में राष्ट्रपति का हैलीकॉप्टर सबसे पहले लैंड करेगा, जहाँ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने परिवार के साथ गांव स्थित अपने पूर्वजों द्वारा स्थापित मंदिर में पूजा अर्चना करेगे। उसके बाद अम्बेडकर पार्क जाकर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करेगे।
पुखरायां तहसील में महामहिम 67 लोगों से मुलाकात करेंगे। जिनमें उनके परिवार के अलावा मित्र व कई गणमान्य हस्तियां शामिल रहेंगी। इससे पहले वह सर्किट हाउस प्रवास के दौरान अपने कपड़ा कारोबारी मित्र केके अग्रवाल से लगभग 26 मिनट तक मुलाकात करने गये थे।
प्रोटोकाल में दो की मौत भी
महामहिम के आगमन के दैरान लागू प्रोटोकाल में दो लोगों की दर्दनाक मौत हुई है। शुक्रवार 25 जून को कानपुर इंडस्ट्रियल एशोसिएशन की सद्सय महिला कारोबारी वंदना मिश्रा की जाम में फंसकर मौत हो गई थी। इससे पहले सुरक्षा गारद की गाड़ी के नीचे आने पर मासूम बच्ची की मौत का मामला भी सामने आया था। लोकिन इसके लिए महामहिम ने खेद भी प्रकट किया था।
कामों की फेहरिस्त लिए नजर आए नेतागण
राष्ट्रपति को अपने बीच पाकर शहर व प्रदेश स्तर के तमाम नेता अपने कामों की रूकी फाइलों को लेकर टहलते दिखे। जिनमें सबसे पहले नंबर आया सतीश महाना का। शनिवार 26 जून की शाम महाना ने गंगा एक्सप्रेसवे, रिंग रोड, मेट्रो सहित कॉरिडोर जैसी तमाम मांगे रखीं। वो अलग बात है कि अभी जितना है उतना ही त्रासद स्थिति में चल चला रहा है। महामहिम ने सभी को हामी भरकर आश्वासन दिया।
चाचा गंगा साफ नहीं हुई
सर्किट हाउस में महामहिम से मिलने पहुँचे अशोक कुमार श्रीवास्तव ने कहा 'चाचा जी कानपुर की गंगा बहुत गंदी हैं, इसकी सफाई ठीक से नहीं हुई है। असोक ने कहा जबकि बताया जाता है कि इसपर करोड़ों रूपये खर्च हो चुके हैं।' अशोक ने बताया कि राष्ट्रपति ने गंगा सफाई का आश्वासन दिया है।
विपक्षी मोर्चा ने ताजा किए पुराने
कानपुर आगमन पर संयुक्त विपक्षी मोर्चा ने महामहिम से शहर की पुरानी समस्याएं दूर करने का आग्रह किया है। मोर्चा से जुड़े लोगों ने बड़ा चौराहा पर इकट्ठा होकर प्रदर्शन भी किया। मोर्चा ने घंटाघर, गणेश उद्यान फूलबाग सहित नरवल तहसील की तमाम समस्याएं गिनाईं। उनका कहना था कि नर्वल में राष्ट्रपति ने डिजिटल लाइब्रेरी का बनवाने का उदघाटन किया था उसका काम अभी तक पूरा नहीं हुआ।