प्रधानमंत्री ने देश को दिखाया नक्सलवाद का खौफ, कहा - इसको पराजित करना बहुत जरूरी
PM Modi के 'फेक न्यूज' ज्ञान पर जनता ने पूछा- आप तो मास्टर हैं, अब तक जो फैलाया वह किस खाते में डाल दें?
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने शुक्रवार को फरीदाबाद के सूरजकुंड में एमएचए के चिंतन शिविर ( MHA Chintan Shivir ) को सहकारी संघवाद का एक उत्तम उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से भारत की चुनौतियां भी बढ़ने वाली है, विश्व की बहुत सारी ताकतें होंगी, जो नहीं चाहेगी कि उनके देश की तुलना में भारत ताकतवर बने।
यानि आने वाले दिनों में आंतरिक और बाहरी दोनों मार्चे पर भारत के सामने चुनौतियां ( Indian securities ) बढ़ने वाली हैं, इसलिए हर एक राज्य एक दूसरे से सीखें, एक दूसरे से प्रेरणा लें, देश की बेहतरी के लिए काम करें। देश के विरोध में कई ताकते खड़ी हो रही हैं।
उन्होंने नक्सलवाद ( Naxalism ) की ओर इशारा करते हुए कहा कि जिस प्रकार हर चीज का केवल अपने हित में उपयोग किया जा रहा है वो सामान्य नागरिक की सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक है। ऐसी किसी भी नकारात्मक शक्तियों के खिलाफ कठोर से कठोर बर्ताव ही हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने आगे कहा कि बीते वर्षों में भारत सरकार के स्तर पर कानून व्यवस्था ( Law and Order ) से जुड़े सुधार हुए हैं, जिनसे पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने का काम किया है। बीते वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों ने भी देश में कानून व्यवस्था को मजबूत किया है।
पीएम मोदी ( PM Modi ) ने विघटनकारी ताकतों के खिलाफ एक देश एक यूनिफॉर्म ( One nation one Uniform ) पर जोर देते हुए कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना 24 घंटे चलने वाला वाला काम है। लेकिन किसी भी काम में ये भी आवश्यक है कि हम निरंतर प्रक्रियाओं में सुधार करते चलें, उन्हें आधुनिक बनाते चलें। साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा। उसी के दम पर हम देश विरोधी तत्वों को नियंत्रित कर सकते हैं।
आपने हमारी बात मानी तो गुजरात में नक्सली घुस नहीं पाये
इससे पहले 10 अक्टूबर को गुजरात दौरे के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) भरूच के आमोद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अर्बन नक्सलवाद (Naxalite) पर प्रहार किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि नए कपड़ों में नक्सलवादी गुजरात में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। पीएम ने लोगों को चेताते हुए कहा कि देश के कई राज्यों में नक्सलवाद ने आदिवासी लोगों के साथ बहुत बुरा किया है,लेकिन गुजरात में कभी नक्सली नहीं घुस पाए।
उन्होंने जनसभा में मौजूद लोगों से कहा कि ये युवाओं को भ्रमित कर रहे हैं, पहले भी आप ने मेरी बात मानी थी। जिसके चलते महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद होते हुए भी गुजरात इससे अछूता रहा था। पीएम मोदी ने कहा इसके लिए मैं आपको प्रणाम करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये नक्सवादी विकास विरोधी हैं। भरुच के साफ पानी पीने की योजना तक में इन्होंने रोड़े डाले थे। ये नक्सलवादी मानसिकता वाले लोगों ने पहले सरदार सरोवर डैम को रोकने के लिए पूरी भरपूर कोशिश की। अब ये अर्बन नक्सल नए रंगरूप के साथ घुसने की कोशिश कर रहा है। इन्होंने कपड़े बदले हैं। उत्साही और उमंग वाले भोला-भाले युवाओं को लुभा रहे हैं। बंगाल, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने युवाओं को बंदूक थमा दी। आदिवासियों की जिंदगी चौपट कर दी। तब हमारे सामने चुनौती थी तो मैं उमरगा से अंबा जी तक विकास किया। आज परिणाम यह है गुजरात में नक्सलवाद ( Naxalism ) घुस नहीं पाया।