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राष्ट्रीय

Prophet Mohammed : PM की खामोशी संयोग नहीं, BJP प्रवक्ता यूं ही बयान नहीं दे सकता, इसके बड़े मायने हैं - Hamid Ansari

Janjwar Desk
11 Jun 2022 1:53 AM GMT
Hamid Ansari News : पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के न्योते पर भारत आकर ISI के लिए की जासूसी, पाकिस्तानी पत्रकार के खुलासे से मची सनसनी
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Hamid Ansari News : पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के न्योते पर भारत आकर ISI के लिए की जासूसी, पाकिस्तानी पत्रकार के खुलासे से मची सनसनी

Prophet Mohammed : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताल्लुकात तमाम देशों से हैं, उनकी खामोशी अर्थपूर्ण है, एक्सीडेंटल नहीं।

Prophet Mohammed : भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा ( Nupur Sharma ) के बयान पर देशभर में सियासी बवाल मचा है। इस बीच देश के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ( Hamid Ansari ) ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यह पूछे जाने पर कि पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) अब तक क्यों ख़ामोश हैं? इसके जवाब में हामिद अंसारी का कहना था कि यह बहुत मायनेख़ेज़ (अर्थपूर्ण) बात है। न ही विदेश मंत्री, न ही गृह मंत्री और न ही प्रधानमंत्री ने अब तक बयान दिया है। यही वो लोग हैं जिनसे बयान की उम्मीद की जा सकती है।

पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ( Hamid Ansari ) ने बीबीसी से बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ( PM Modi ) के अरब देशों से संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा प्रधानमंत्री जिनके इतने ताल्लुकात हैं तमाम देशों से, उनकी खामोशी जो है मायनेखेज (अर्थपूर्ण) है, एक्सीडेंटल (संयोगवश) नहीं है। हामिद अंसारी की राय में पीएम की खामोशी के दो मतलब हो सकते हैं। इसका मतलब यह है कि वो इससे असहमत नहीं हैं, कम से कम इतना तो कहा ही जा सकता है। यह भी कहा जा सकता है कि वो इसको अपनी मंज़ूरी देते हैं। या फिर दोनों बातें गलत हैं। पूर्व उपराष्ट्रपति अंसारी ने कहा​ कि विदेश मंत्री का बयान भी अभी तक इसलिए नहीं आया क्योंकि मंत्री को भी तो कहीं से मंज़ूरी लेनी होती है।

हजरत मोहम्मद पर हमला मुसलमान बर्दाश्त नहीं कर सकता

नुपुर शर्मा ( Nupur sharma ) के बयान ने तूल क्यों पकड़ा, इस पर हामिद अंसारी ( Hamid Ansari ) का कहना है कि इस मामले ने इतना तूल इसलिए पकड़ा क्योंकि हर धर्म का एक संवेदनशील बिंदु होता है और उनके मुताबिक इस्लाम के लिए हजरत मोहम्मद ( Prophet Mohammad ) का व्यक्तित्व भी ऐसा ही संवेदनशील मुद्दा है जिस पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए। भाजपा के प्रवक्ताओं का बयान भी हजरत मोहम्मद के व्यक्तित्व पर हमला था। दुनिया का कोई भी मुसलमान यह कभी बर्दाशत नहीं करता है।

अरब देशों की प्रतिक्रियाएं शीर्ष पदों पर बैठे लोगों की सहमति से आये हैं

भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा ( Nupur sharma ) के बयानों से पूरी दुनिया के मुसलमानों को ठेस पहुंची है। इसके बावजूद सरकार की तरफ से सिर्फ यह कह देना कि सरकार उन बयानों से सहमत नहीं है, काफी नहीं है। उन्होंने ( hamid ansari ) कहा कि असली बात यह है कि यह सब एक नीति के तहत किया जा रहा है। हामिद अंसारी ने कहा कि अरब देशों से जो प्रतिक्रियाएं आई हैं वो वहां के सर्वोच्च पदों पर बैठे लोगों की सहमति से आए हैं।

अरब देश चीन पर क्यों नहीं बोलते?

क्या पैगंबर मोहम्मद ( Prophet Mohammad ) मुद्दे पर अरब देशों की नाराजगी भारत झेल पाएगा। भारत आए अरब और दूसरे इस्लामी देशों की प्रतिक्रिया के बारे में भारत में दो तरह की बातें उठ रहीं हैं। एक तबक़ा कह रहा है कि अरब देशों ने कभी भी भारतीय मुसलमानों की परेशानियों पर कोई बयान नहीं दिया है। दूसरा तबका कह रहा है कि अरब देश चीन में वीगर मुसलमानों पर किए जा रहे कथित जुल्मों पर खामोश रहता है। जब पाकिस्तान में अहमदिया और शिया मुसलमानों पर जब कथित जुल्म होता है तो यह सारे अरब और इस्लामी देश चुप्पी साधे रहते हैं। हामिद अंसारी खुद कहते हैं कि वो चीन पर क्यों नहीं बोलते हैं। यह सवाल बिल्कुल दुरुस्त है, लेकिन यह उनसे पूछिए। मूल प्रश्न यह है कि पैगंबर मोहम्मद का मसला संवेदनशील मुद्दा है। मुसलमान चुप नहीं रह सकते थे, खुद उनकी जनता इस मामले में खफा है। कतर ने इस मामले पर भारत से माफी की मांग की है।

Prophet Mohammed : बता दें कि भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने 26 मई को एक टेलिवीज़न चैनल पर इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक बातें कहीं थीं। मामला तूल पकड़ने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है। नूपुर शर्मा के अलावा भाजपा दिल्ली प्रदेश की मीडिया सेल के प्रमुख नवीन जिंदल ने हजरत मोहम्मद के बारे में कुछ अभद्र बातें ट्वीट की थीं। उन्हें निष्काषित कर दिया गया है। घटना के 10 दिन बाद अरब देशों के साथ-साथ इंडोनेशिया, मलेशिया, मालदीव समेत कम से कम 15 इस्लामी देशों ने भारत के खिलाफ सख्त नाराज़गी जताई है। भारत के विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि यह बयान और ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचार को प्रदर्शित नहीं करते, ये 'फ़्रिंज लोगों' ( शरारती तत्वों ) के विचार हैं और इस तरह के विवादित बयान देने वालों पर कार्रवाई की जा चुकी है।


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