Protest Against Agneepath : 2 माह बाद भी गिरफ्तारी का खौफ इतना कि प्रदर्शन में शामिल छात्र ने गोदावरी में कूदकर दे दी जान
Protest Against Agneepath : करीब दो माह पूर्व मोदी सरकार की सेना में भर्ती की नई नीति ( Agneepath Scheme ) के खिलाफ देशभर में हुए हिंसक और शांतिपूर्ण प्रदर्शन में हजारों की संख्या में छात्र ( Student Protest ) शामिल हुए थे। इनमें में कुछ छात्रों के नाम एफआईआर ( FIR ) दर्ज है। इस मामले में पुलिस की कार्रवाई अब भी जारी है लेकिन पुलिसिया खौफ का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आपका दिल भी दहल उठेगा। दरअसल, तेलंगाना ( Telangana ) के एक स्टूडेंट ने गोदावरी ( Godavari river ) में कूद कर सुसाइड ( Student suicide ) कर लिया है। पुलिस ने शुक्रवार को उसका शव बरामद किया और इब इस मामले की जांच जारी है।
सिकंदराबाद हिंसक प्रदर्शन में शामिल था छात्र
शुरुआती जांच में पता चला कि सुसाइड करने वाला छात्र ( Student committed suicide ) भी अग्निपथ स्कीम ( Agnipath Scheme ) के खिलाफ तेलंगाना के सिकंदराबाद ( Secunderabad Protest ) रेलवे स्टेशन पर हुए हिंसक प्रदर्शन में शामिल था। इस मामले में सिकंदराबाद पुलिस ने हिंसक प्रदर्शन में शामिल छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मृतक छात्र इस बात को लेकर खौफ में था कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है। हालांकि, पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया, न ही अभी तक पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वर्दी का खौफ उसके मन में इतना था कि उसने दुनिया को ही अलविदा कह दिया।
गिरफ्तारी के डर से था डिप्रेशन में
मृतक छात्र के पिता ने बताया कि अग्निपथ योजना के विरोध में हुए प्रदर्शन में वह शामिल था। उसे डर था कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन में ट्रेनों को जलाने में शामिल होने के आरोप में पुलिस उसे गिरफ्तार न कर ले। इस डर से वह काफी दिनों से पढ़ाई पर ध्यान भी नहीं दे पा रहा था। वह डिप्रेशन में था। डिप्रेशन की स्थिति में ही उसने सुसाइड जैसा खौफनाक कदम उठाया, जो मुझे और मेरे परिवार को जिंदगी भर दर्द देता रहेगा।
ये है अग्निपथ स्कीम
Protest Against Agneepath : बता दें कि केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं. थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है। इस स्कीम के तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी। स्कीम के लिए पात्र होने की आयु सीमा साढ़े 17 साल 21 साल तक तय की गई है। सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है।
इसके तहत युवाओं को सेना में 4 साल के लिए काम करने का अवसर मिलेगा और यह अवधि पूरी होने पर भर्ती किए गए युवाओं में से सिर्फ 25 फीसदी को ही रेगुलर कैडर में शामिल किया जाएगा। सरकार की इस योजना के खिलाफ देशभर के छात्रों ने प्रदर्शन किया था। सबसे ज्यादा उग्र और हिंसक प्रदर्शन बिहार के छात्रों ने किया था। यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, तेलंगाना सहित कई हिस्सों में अग्निपथ के खिलाफ छिटपुट घटनाएं भी हुई थीं लेकिन सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर पर हुई हिंसक घटना के बाद से मृतक छात्र के मन में इतना डर घर कर गया उसने खौफ में आकर सुसाइट कर लिया।