Punjab : शहीद भगत सिंह को 'आतंकी' कह बुरे फंसे संगरूर सांसद सिमरनजीत सिंह मान, कुमार विश्वास ने याद दिलाई अपनी चेतावनी
Punjab : शहीद भगत सिंह को 'आतंकी' कह बुरे फंसे संगरूर सांसद सिमरनजीत सिंह मान, कुमार विश्वास ने याद दिलाई अपनी चेतावनी
Punjab : पंजाब कि संगरूर के सांसद सिमरनजीत सिंह मान ( Simranjit Singh Mann ) भगत सिंह (Martyr Bhagat Singh) को 'आतंकवादी' ( Terrorist ) बताकर सवालों के घेरे में आ गए हैं। आतंकवादी बताने वाला बयान सामने आने के बाद से उनके खिलाफ चौतरफा हमला तेज हो गया है। साथ ही वो विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। यह मामला संगरूर सांसद के दादा अरूर सिंह (Arur Singh) से भी जुड़ा हुआ है।
बता दें कि अरूर सिंह को हमेशा से ही सिख इतिहास में एक काला अध्याय माना जाता रहा हैं। इसके पीछे की वजह उनका ब्रिटिश हुकूमत से जुड़ाव रहा है। पहले की ही तरह इस बार भी संगरूर के मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान (Simranjit Singh Mann) अपने दादा के कृत्य को छिपाने और उनके बचाव के बारे में बोलना चाह रहे थे, लेकिन इस बार वो भगत सिंह के बारे में ऐसा कुछ कह गए, जिसके बाद खुद उन पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं।
सांसद खानदान की नीयत पर उठ रहे हैं सवाल
सांसद और अरूर सिंह संगरूर सांसद के दादा अरूर सिंह के कृत्य ने सिख समाज को हमेशा चोट पहुंचाई और सिख इतिहास में उन्हें एक काला अध्याय माना जाता रहा है। सिमरनजीत सिंह मान ने हमेशा इस कदम का बचाव करने की कोशिश की है। शुक्रवार को संगरूर सांसद ने ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जॉन सॉन्डर्स हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि भगत सिंह एक 'आतंकवादी' थे। उन्होंने विधानसभा में बम फेंकने के दौरान एक 'अमृतधारी सिख' पुलिस कांस्टेबल (चन्नन सिंह) को भी मार डाला। भगत सिंह को लेकर मान की इसी टिप्पणी ने एक बार फिर औपनिवेशिक शासन के दौरान ब्रिटिश वफादारों और उनके दादा अरूर सिंह के 'नुकसानदायक' कृत्य पर बहस छेड़ दी है।
दादा के बचाव दिया ये बयान
संगरूर सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने कहा कि उनके दादा ने जनरल डायर के गुस्से को शांत करने के लिए सम्मानित किया था। अंग्रेज अमृतसर में हवाई बमबारी करना चाहते थे। मान ने दावा करते हुए कहा कि अरूर सिंह ने खालसा कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल जीए वाथेन की सलाह पर स्वर्ण मंदिर को बमबारी से बचाने के लिए ऐसा किया था।
जब आगाह किया तो लोग मुझ पर हंस रहे थे
संगरूर सांसद सिमरनजीत सिंह मान का बयान सामने आने के बाद युवा कवि कुमार विश्वास ( Kumar Vishwas ) ने ट्विट कहा जब हम चुनाव से पहले सावधान कर रहे थे तो लोग मुझपर हंस रहे थे। उन्होंने अपने बयान की याद दिलाते हुए कहा कि भगत सिंह का जिक्र किया और कहा है कि शहीद ए आजम भगत सिंह, हम शर्मिंदा हैं। शायद हम स्वार्थी लोग आपको बलिदान के अधिकारी ही नहीं थे। साथ ही उन्होंने लिखा है कि चिंगारी सुलगा दी गई है, आग फैल रही है और सब अपने-अपने लोभ और डर से चुप हैं। जब आगाह किया था तो लोग मुझ पर हंस रहे थे। जितना आम जनता सोच रही है, हालात उससे कहीं ज़्यादा ख़राब हैं।