Patiala Violence : हिंसा के बाद भगवंत मान सरकार का बड़ा फैसला, शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट बंद, IPS अफसर भी नपे
Patiala Violence : हिंसा के बाद भगवंत मान सरकार का बड़ा फैसला, शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट बंद, कई बड़े अफसर नपे
Patiala Violence : पंजाब के पटियाला में शुक्रवार को दो समुदायों के हुई हिंसक ( Patiala Violence ) झड़प के बाद से तनाव जारी है। इस बीच भगवंत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पटियाला में सुबह 9 बजकर 30 मिनट से शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सुविधा बंद रखने का आदेश दिया है। वहीं शिवसेना नेता हरीश सिंगला को पुलिस ( Punjab Police ) ने गिरफ्तार कर लिया है।
Patiala | Morning visuals from outside Shri Kali Devi Temple after two groups clashed near the temple yesterday
— ANI (@ANI) April 30, 2022
Shiv Sena leader Harish Singla has been arrested in connection with the incident.
Locals say the situation is peaceful & devotees continue to visit the temple today. pic.twitter.com/aoc2AYekrK
शिवसेना ने किया पटियाला में बंद का आहृवान
शुक्रवार को पटियाला में हुई हिंसक ( Patiala Violence ) घटना के बाद हिंदू संगठनों ने शहर में बंद का ऐलान किया है। शिवसेना हिंदुस्तान, शिव सेना बाल ठाकरे और अन्य हिंदू संगठन भी बंद में शामिल होंगे। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सुबह 9 बजे काली देवी मंदिर के बाहर इकठ्ठे होंगे।
मुखबीर सिंह छीना बने पटियाला के आईजी
दूसरी तरफ पंजाब के पटियाला में हुई हिंसा ( Patiala ) मामले में भगवंत मान सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पटियाला के आईजी (IG), एसपी (SP) और एसएसपी (SSP) को हटा दिया गया है। अब मुखबीर सिंह छीना नये आईजी जबकि वजीर सिंह नये एसपी होंगे। दीपक पारके एसएसपी का पदभार संभालेंगे। शुक्रवार को शिवसेना हिंदुस्तान और खालिस्तान समर्थकों के बीच हुई हिंसा में दो पुलिसकर्मी सहित कुल 4 लोग घायल हो गए थे।
हिंसक झड़प के बाद से पटियाला में तनाव की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, हालात नियंत्रण में है। साथ ही कर्फ्यू को हटा दिया गया है। प्रशासन मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी लगा दी है। इंटरनेट बंद है। इसके अलावा सभी एसएमएस सेवाओं और सभी डोंगल सेवाओं आदि को भी बंद करा दिया गया है।
Patiala Violence : बता दें कि शुक्रवार को हिंदूवादी संगठनों द्वारा बिना इजाजत जुलूस निकालने के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद पंजाब सरकार ने तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया था। पुलिस को अलर्ट मोड पर रहने का आदेश दिया गया था। ताकि कोई भी व्यक्ति अशांति को बढ़ावा न दे सके।