Alwar Crime News: प्रिंसिपल और शिक्षकों ने छात्रा को बनाया हवस का शिकार, स्कूल की मैडम ने कपड़े उतारने को किया मजबूर
निजी दुश्मनी में लड़की से किया गया गैंगरेप (प्रतीकात्मक तस्वीर)
Rajasthan Crime News: स्कूल को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है और वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को भगवान का रूप माना जाता है। मगर राजस्थान के अलवर जिला के रायसराना स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल समेत शिक्षकों ने विद्या के मंदिर और शिक्षकों के नाम को कलंकित कर दिया। यहां पढ़ने वाली 4 छात्राओं ने प्रिंसिपल सहित 9 शिक्षक और शिक्षिकाओं के खिलाफ गैंगरेप सहित छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया है। छात्राओं का आरोप है कि स्कूल के प्रिंसिपल और अन्य शिक्षक छात्राओं से पिछले एक साल से रेप कर रहे हैं। इन सब में महिला शिक्षिकाएं उनका साथ देती रहीं।
स्कूल की एक पीड़ित छात्रा के पिता के अनुसार, वह ट्रक चलाने का काम करते हैं, उनकी पत्नी गूंगी और बहरी है। छात्रा के पिता ने बताया, "मैं कई दिनों में घर आता हूं। बेटी गांव के स्कूल में कक्षा 10वीं में पढ़ती है। जब घर आया ताे देखा बेटी कई दिनों से स्कूल नहीं जा रही थी। जब मैंने स्कूल जाने काे कहा ताे उसने साफ मना कर दिया और रोने लगी। मैंने बेटी से कारण पूछा ताे उसने बताया कि स्कूल के अध्यापक उसके साथ गलत काम करते हैं।"
महिला शिक्षिकाओं ने छात्रा को दिया लालच
पीड़ित छात्रा ने बताया कि उसके साथ पिछले एक साल से गलत हो रहा है। पीड़िता के अनुसार, जब वह पहली बार स्कूल गई ताे अध्यापिका मनीषा यादव और अनिता कुमारी उसे एक कमरे में ले गई और कहा कि, "तुम गरीब हो, हम तुम्हें स्कूल की ड्रेस, काॅपी, किताब फ्री में देंगे। तुम्हारी स्कूल की फीस भी हम भर देंगे और परीक्षा में पास कर देंगे, लेकिन इसके बदले तुम्हें शिक्षकों काे खुश करना पड़ेगा।"
पीड़िता की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बाद दाेनाें मैडम छात्रा काे स्कूल के शिक्षक सुरेश मीणा के घर ले गई। शिक्षक स्कूल के पास किराए का कमरा लेकर रहता है। वहां पर स्कूल प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार, अध्यापक राजकुमार और प्रमाेद कुमार पहले से माैजूद थे। पीड़िता ने बताया कि सभी ने शराब पी रखी थी।
मैडम ने उतरवाए कपड़े
पीड़िता ने बताया कि जब वह शिक्षक के घर गई तो इस दौरान अध्यापिका मनीषा यादव ने उसके कपड़े उतरवा दिए। इसके बाद वहां पर मौजूद सभी शिक्षकों ने उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। छात्रा का आरोप है कि दाेनाें महिला शिक्षकों ने उसकी अश्लील वीडियो बनाई। छात्रा ने जब इसका विराेध किया ताे महिला शिक्षकों ने वीडियो वायरल करने की धमकी दी और कहा कि परीक्षा में फेल कर देंगे। वहीं, प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार ने छात्रा को यह कहकर धमकाया कि अगर घर जाकर बताओगी ताे मेरा भाई मंत्री है। तुम्हें और तुम्हारे परिवार काे उठाकर जान से मरवा दूंगा। इसपर छात्रा डर गई और उसने इस घटना के बारे में घर पर किसी को नहीं बताया।
छात्रा ने डर से छोड़ दी पढ़ाई
पीड़िता के पिता के अनुसार, उक्त अध्यापक बेटी का पिछले एक साल से शारीरिक शोषण करते आ रहे हैं। जबकि आरोपी प्रमाेद कुमार का स्थानांतरण हा़े गया है, लेकिन वह बार बार स्कूल आते रहते है और बेटी के साथ गलत व्यवहार करते हैं। पिता ने बताया कि पिछले साल दिवाली की छुट्टी के बाद स्कूल खुलने पर बेटी स्कूल गई ताे प्रिंसिपल और टीचर सुरेश मीणा ने बेटी काे फिर से कमरे पर चलने काे कहा ताे बेटी ने इनकार कर दिया। शिक्षकों के शोषण से तंग आकर छात्रा ने पढ़ाई छाेड़ने के साथ स्कूल भी छाेड़ दिया।
पोक्सो एक्ट के तहत शिक्षकों पर मामला दर्ज
पीड़ित 10वीं कक्षा की छात्रा के अलावा स्कूल में पढ़ने वाली क्लास 6, 4 और 3 की तीन छात्राओं ने भी स्कूल शिक्षकों के खिलाफ अश्लील हरकतें और छेड़छाड़ करने का मामला दर्ज करवाया है। थानाधिकारी मुकेश यादव ने बताया कि पीड़ित छात्राओं के परिजनों ने इस संबंध में स्कूल प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार, शिक्षक राजकुमार और प्रमाेद कुमार, महिला टीचर्स समेत 9 लोगों पर मामले दर्ज कराए हैं। पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल सहित शिक्षकों के खिलाफ गैंगरेप और पाेक्साे एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।