Bhilwara Violence : राजस्थान के भीलवाड़ा में युवक की हत्या के बाद तनाव, BJP ने की बंद की घोषणा
Bhilwara Violence : राजस्थान के भीलवाड़ा में युवक की हत्या के बाद तनाव, भाजपा ने की बंद की घोषणा
Bhilwara Violence : राजस्थान के भीलवाड़ा जिले एक युवक की तथाकथित रूप से विशेष समुदाय के लोगों द्वारा हत्या के बाद एक बार फिर तनाव चरम पर है। इस बार माहौल भीलवाड़ा शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक युवक हत्या से की वजह से गरमा गया है। ताजा अपडेट के मुताबिक कल रात भीलवाड़ा ( Bhilwara Violence ) के शास्त्रीनगर क्षेत्र में ब्रह्माणी स्वीट्स के पास कथित रूप से दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने चाकू मारकर 22 साल के युवक आदर्श तापड़िया को गंभीर रूप से घायल कर दिया। अस्पताल पहुंचने तक आदर्श तापड़िया की मौत हो गई। उसके बाद से भीलवाड़ा में तनाव का माहौल है।
आरोपी की गिरफ्तारी होने तक नहीं उठाएंगे शव
आदर्श तापड़िया की हत्या की सूचना मिलने के बाद विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री गणेश प्रजापत, भीलवाड़ा शहर विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी समेत बड़ी संख्या में लोग जिला अस्पताल में जमा हो गए। हत्या में मारे गए युवक के परिवार का कहना कि हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शव नहीं उठाएंगे।
भीलवाड़ा में इंटरनेट सेवा बंद
भीलवाड़ा जिला और पुलिस प्रशासन ने तनाव और असंतोष को देखते हुए शहर के पांचों थाना क्षेत्रों में एसटीएफ और आरएसी के जवान तैनात कर दिए हैं। विश्व हिंदू परिषद, भारतीय जनता पार्टी और हिंदू जागरण मंच ने आज यानि 11 से 12 मई सुबह 6 बजे तक बुधवार को भीलवाड़ा बंद की घोषणा की है। जिला प्रशासन ने आज सुबह 6 बजे से कल सुबह 6 बजे तक 24 घंटे के लिए भीलवाड़ा शहर में इंटरनेट बंद के आदेश जारी किए हैं।
राजस्थान में थम नहीं रही हिंसक घटनाएं
Bhilwara Violence : बता दें कि इससे पहले भी ईद के मौक़े पर झंडे लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच बड़े पैमाने पर हिंसक ( Bhilwara Violence ) झड़प हुई थी। हिंसक झड़प में करीब 30 लोग घायल हुए थे। दो दिन बाद फिर चाकूबाजी हुई तो 12 मई तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था। राम नवमी के मौके पर करौली में बड़े पैमाने पर हिंसा, आगजनी और मारपीट की घटनाएं हुई थीं। भरतपुर में सिख और मुस्लिम समुदाय के लोग शराब पीकर शादी में डीजे बजाने को लेकर मामूली कहासुनी पर भिड़ गए थे। इस घटना में भी 20 लोग घायल हुए थे और 31 लोगों को हिरासत में लिया गया था। इसी तरह अजमेर-नसीराबाद में भी हिंसक घटनाएं हुई थी।