Jharkhand News: मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए विवाद में एक की मौत, तनाव को देखते हुए झारखंड के पांच जिला इंटरनेट सेवा बंद
विशद कुमार की रिपोर्ट
Jharkhand News: पिछले 6 फरवरी की रात से हजारीबाग में उस वक्त बंद कर दी गई जब हजारीबाग जिले के बरही थाना अंतर्गत नईटांड गांव में 6 फरवरी की शाम को सरस्वती पूजा के बाद विसर्जन जुलूस देखने जा रहे 17 वर्षीय किशोर रूपेश कुमार पाण्डेय की मौत जुलूस विसर्जन को लेकर रास्ते के सवाल पर एक दूसरे समुदाय के साथ मारपीट के बीच हो गई। रूपेश नईटांड ग्राम निवासी सिकंदर पांडे का पुत्र था। मारपीट में रूपेश गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे तत्काल बरही अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। रूपेश अपने माता-पिता का एकलौता पुत्र था। उधर, घटना के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने रविवार की आधी रात से ही इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी।
प्रशासन के अनुसार शरारती तत्वों द्वारा इस घटना को लेकर कोई अफवाह फैला कर माहौल खराब करने की कोशिश न करे के मद्देनजर इंटरनेट सेवा बंद करवाया गया। दूसरे दिन 7 फरवरी की सुबह जब लोग सो कर उठे तो पता चला कि इंटरनेट सेवा ठप है।
एक अन्य खबर के अनुसार हजारीबाग के अलावा कोडरमा जिले में भी प्रतिमा विसर्जन के दौरान हिंसक झड़प की बात सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने आधी रात से इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद कर दी। चतरा, कोडरमा और हजारीबाग जिला आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने इन तमाम जिलों में एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी। ग्राहकों के मोबाइल पर लगातार जीयो और एयरटेल जैसी कंपनियों की ओर से यह संदेश भेजा जा रहा है कि आपकी इंटरनेट सेवा अस्थाई रूप से स्थगित कर दी गई है।
बता दें कि बरही का नईटांड़ गांव पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। गांव में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई। पुलिस छावनी में तब्दील इस गांव में एसपी खुद भी कैंप कर रहे हैं। खबर के मुताबिक 6 फरवरी देर रात उपद्रवियों ने दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया। गांव के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। पुलिस गांव के तमाम गलियों में गश्त लगा रही है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। पुलिस हालात पर नजर बनाए हुए है। एसपी ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।
ग्रामीणों के अनुसार रूपेश सरस्वती प्रतिमा विसर्जन जुलूस देखने जा रहा था। इसी बीच विसर्जन के रास्ते के सवाल पर दो समुदायों में मारपीट हो गई और इस विवाद का शिकार रूपेश हो गया और उसकी मौत हो गई। मामले को लेकर इलाके में तनाव फैल गया। ग्रामीणों द्वारा एक दूसरे पक्ष के लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया गया है। घटना के बाद शांति व विधि व्यवस्था कायम रखने को लेकर प्रशासन द्वारा इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
जानकारी मिलते ही एसडीओ पूनम कुजूर, डीएसपी नजीर अख्तर, पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी नीरज कुमार सिंंह दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मामले को नियंत्रित करते हुए मामले की छानबीन में जुट गए हैं। पुलिस की तत्परता से स्थिति पूरी तरह नियंत्रित हो गयी है। उधर पुलिस द्वारा यह मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा है। अब तक चार आरोपित हिरासत में लिए गए हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। डीएसपी नजीर अख्तर ने कहा कि दोषी कोई भी हो बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।
उधर, कोडरमा के मरकच्चो में प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प के दौरान एक पक्ष के 13 लोग और दूसरे पक्ष का एक युवक घायल हो गया। इतनी छोटी सी बात को लेकर देखते ही देखते माहौल अशांत हो गया। पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की। उपद्रव को नियंत्रित किया। पुलिस ने हालात पर नियंत्रण तो पा लिया, लेकिन इसी बीच पड़ोसी हजारीबाग जिले के बरही में हुई घटना को देखते हुए यहां भी किसी तरह का उपद्रव शुरू नहीं हो जाए, इस वजह से जिला प्रशासन ने कोडरमा में भी इंटरनेट सेवा आधी रात से बंद करने का फैसला लिया। कोडरमा जिले में इंटरनेट सेवा आधी रात से पूरी तरह ठप है। इससे लोग काफी परेशान हैं। उधर, पुलिस हालात पर नजर रख रही है। पुलिस का कहना है कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे इंटरनेट सेवा शुरू कर दी जाएगी।
रूपेश की मौत के बाद दूसरे दिन की सुबह स्वत: ही लोगों ने करियातपुर चौक पर दुकानें बंद रखीं। यहां एक भी दुकानें नहीं खुली। इसका असर बरही चौक और बाजार में देखने को मिला। यहां भी स्वत: लोगों ने दुकानों को बंद रखा। लोगों ने बताया कि रूपेश आईटीआई की पढ़ाई कर रहा था। वह काफी मिलनसार था और उससे किसी की कोई दुश्मनी नही थी।
वही विधायक उमाशंकर अकेला ने पूरे प्रकरण की निदा करते हुए उपायुक्त और एसपी से दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की। घटना को लेकर फोन के माध्यम से सीएम हेमंत सोरेन को अवगत कराया। वही पूर्व विधायक मनोज यादव ने भी मामले की जांच की मांग की। दोषियों पर कार्रवाई के साथ पीड़ित पक्ष के लिए इंसाफ मांगा।
बता दें कि घटना बाद 7 फरवरी की शाम से रामगढ़ और गिरिडीह जिले की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई, जिसका कारण आम लोगों की समझ अभी तक नहीं आ सका है। क्योंकि इन जिलों कोई विवाद या किसी प्रकार की कोई घटना नहीं हुई है।