राजस्थान : पुजारी को जीवित जलाने के मामले में परिजनों ने मांगा 50 लाख का मुआवजा व सरकारी नौकरी
पुजारी के परिजन ललित मीडिया से बात करते हुए।
जनज्वार। राजस्थान के करौली में एक पुजारी को जीवित जला दिए जाने को लेकर राज्य में रानजीति गरम है। पुलिस ने जहां हत्या के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। इस बीच पुजारी के परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है और कहा है कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाएंगी हम उनका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
पुजारी के परिवार के सदस्य ललित ने कहा है कि हमारी मांगें पूरी की जाएं और 50 लाख रुपये का मुआवजा व सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और पटवारी व उन पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिन्होंने आरोपियों को सपोर्ट किया। साथ ही उन्होंने खुद के परिवार के लिए सुरक्षा की मांग भी की।
We won't perform last rites of the body till our demands are met. We want Rs 50 lakhs compensation & a govt job. All accused must be arrested & action should be taken against Patwari & policemen who are supporting the accused. We want protection: Lalit, Priest Babulal's Relative https://t.co/GlxRkKuTCe pic.twitter.com/JBPUrKgwnB
— ANI (@ANI) October 10, 2020
एक पुजारी बाबूलाल वैष्णव को भूमि कब्जा करने वालों ने करौली के बुकना गांव में जीवित जला दिया था। घटना बुधवार, सात आठ अक्तूबर शााम की है और आठ अक्तूबर को पुजारी की मौत के बाद मामला प्रकाश में आया।
करौली के सपोटरा थाने में पड़ने वाले बुकना गांव में राधा गोपाल जी के मंदिर के 15 बीघा जमीन पर पुजारी व उनका परिवार परंपरागत रूप से खेती करता था। वह जमीन समाज व पंज के द्वारा खेती के लिए उन्हें दे दी गई थी। उस जमीन पर गांव के ही काडू मीना का बेटा कैलाश कब्जा करना चाहता था और इसी को लेकर हुए विवाद में पुजारी को पेट्रोल डाल कर जीवित जला दिया गया और बाद में गुरुवार रात अस्पताल में उनकी मौत हो गई। इस मामले में कैलाश मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि उसके बेटे व अन्रू आरोप पकड़ से बाहर हैं।
उधर, इस मामले में राजनीति तेज हो गई है और मुख्य विपक्षी भाजपा ने एक तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है जो अपने स्तर पर मामले की जांच करेगा।
इस घटना को लेकर राजस्थान के ब्राह्मण महासभा ने भी सरकार की निंदा की है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा है कि गहलोत सरकार में लड़कियां, महिलाएं और पुजारी कोई सुरक्षित नहीं है।