राजस्थान : पायलट खेमे का रुख कड़ा, 'बहुमत बंगले के बैक गार्डन में नहीं विधानसभा में तय होता है'
(सचिन पायलट) File photo
जनज्वार। राजस्थान में उपमुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के बागी होने के बाद राज्य की अशोक गहलौत सरकार संकट में पड़ गई है। हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलौत ने अपने बंगले में सोमवार (13 july) को एक बैठक कर विधायकों के अपने पक्ष में होने एवं जादुई आंकड़े से कहीं अधिक 109 विधायकों के समर्थन का दावा किया। पर, सचिन पायलट गुट ने गहलौत के दावे को खारिज कर दिया है। पायलट के करीबियों का कहना है कि बहुमत बंगले के बैक गार्डन में नहीं विधानसभा के पटल पर तय होता है।
Ashok Gehlot govt doesn't have numbers they claim. CM's back garden isn't the place to prove majority, it's done in Assembly. If they have numbers as claimed then why not do a head count, take them to Guv instead of moving them to hotel?: Sources close to Sachin Pilot (file pic) pic.twitter.com/lDoUM8zsOH
— ANI (@ANI) July 13, 2020
सचिन पायलट गुट का यह भी कहना है कि अगर गहलौत सरकार के पास बहुमत है तो उन्होंने विधायकों की संख्या क्यों नहीं गिनी। उन्हें होटल में ले जाने के बजाय गवर्नर के पास ले जाना चाहिए था। मालूम हो कि गहलौत के साथ हुई बैठक के बाद विधायकों को जयपुर के होटल फेयरमाउंट में शिफ्ट किया गया है।
उधर, न्यूज एजेंसी एएनआइ ने सचिन पायलट के करीबी लोगों को हवाले से यह खबर दी है कि वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे। ऐसे में सचिन पायलट के पास दो विकल्प बचते हैं : एक वे केंद्रीय नेतृत्व से अपनी नाराजगी पर बात व मोलभाव करें और पार्टी में रहने को मान जाएं, दूसरा विकल्प यह हो सकता है कि वे किसी क्षेत्रीय पार्टी का गठन करें।
Sachin Pilot is not joining BJP, say sources close to him. (file pic) pic.twitter.com/BBR6auP01K
— ANI (@ANI) July 13, 2020
जब आज अशोक गहलौत की बैठक में 20 विधायक शामिल नहीं हुए तो यह बहुत स्पष्ट हो गया कि सचिन पायलट को भी अच्छी संख्या में विधायकों का समर्थन हासिल है। गहलौत सरकार में कैबिनेट मंत्री अशोक मीणा ने तो खुले तौर पर कह दिया है कि वे सचिन पायलट के साथ हैं।
I am with Sachin Pilot: Rajasthan Cabinet Minister Ramesh Meena to ANI (file pic) pic.twitter.com/DVDUwsYS8G
— ANI (@ANI) July 13, 2020