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राजस्थान

Udaipur की बर्बर हत्या को आतंकी घटना कहना जल्दबाजी - ATS, एनआईए ने भी दावे से किया इनकार

Janjwar Desk
2 July 2022 12:59 PM IST
उदयपुर की बर्बर हत्या को आतंकी घटना कहना जल्दबाजी - ATS, एनआईए ने भी दावे से किया इनकार
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उदयपुर की बर्बर हत्या को आतंकी घटना कहना जल्दबाजी - ATS, एनआईए ने भी दावे से किया इनकार

Udaipur Murder Case : उदयपुर हत्याकांड पर एटीएस और एनआईए की बीच प्रतिकूल दावों की वजह से जांच गलत दिशा में जा सकता है।

Udaipur Murder Case : राजस्थान के उदयपुर में इस्लाम के अपमान के नाम पर कन्हैया लाल ( Kanhaiya Lal Murder ) का आज पांचवां दिन है। इस घटना ने देश और दुनिया को हिलाकर रख दिया। इस मामले की जांच राजस्थान एटीएस ( Rajasthan ATS ) और केंद्रीय एजेंसी एनआईए ( NIA ) कर रही है, लेकिन दोनों एजेंसियों के विरोधभासी बयानों को जांच को उलझाकर रख दिया है। दोनों एजेंसियां मामले की गहराई में जाने के बदले एक-दूसरे पर सवाल उठाने को लेकर मगजमारी कर रहे हैं।

उदयपुर के कन्हैयालाल की बर्बर हत्या ( Kanhaiya Lal Murder ) के मामले को सीएम अशोक गहलोत और डीजीपी एमएल लाठर आतंक से जोड़ते हुए पाकिस्तानी कनेक्शन बता रहे हैं तो एनआईए ने जांच शुरू करने से पहले ही इसे आतंकी घटना मानने से इनकार कर दिया है। इस पर एटीएस ने शुक्रवार को कहा- हत्याकांड ( Udaipur Murder Case ) को आतंकी घटना नहीं कहना जल्दबाजी है।

गौर करने वाली बात यह है कि एनआईए ( NIA ) ने गुरुवार को उदयपुर हत्याकांड ( Udaipur Murder Case ) को आंतकी घटना मानने से इनकार किया, जबकि उसे जांच औपचारिक रूप से शुक्रवार को मिली। यहां यह भी महत्वपूर्ण है कि आरोपी रियाज अत्तारी जयपुर में सीरियल ब्लास्ट की आतंकी साजिश का खुलासा होने के समय से ही एनआईए के रडार पर था।

इस मामले में राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर का कहना है कि प्रारंभिक पूछताछ में यह पता चला कि गौस मोहम्मद पाकिस्तान गया था। वहां के एक आतंकी संगठन के संपर्क में था। वहां के कई नंबरों पर लगातार बातचीत कर रहा था। हमने वही बताया जो जांच में सामने आया। एटीएस ( Rajasthan ATS ) प्रमुख अशोक राठौड़ ने कहा कि जांच जारी है। गुरुवार देर रात दो लोग और पकड़े गए हैं। दोनों कन्हैयालाल की रेकी करने और षड्यंत्र रचने के आरोपी हैं। कन्हैया के हत्यारों को फांसी तक पहुंचाना है लेकिन यह मसला अब केंद्र-राज्य की जांच एजेंसियों के बीच उलझता नजर आ रहा है।

एटीएस का दावा

राजस्थान पुलिस का दावा है कि 10 घंटे की पूछताछ में गौस ने 2014 में पाकिस्तान जाने और वहांं दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़ा होना स्वीकार किया है। मोबाइल में पाक के नंबर और कई नंबरों पर लगातार बात होने का पता चला। स्पूफिंग एप भी मिला।

एनआईए का एटीएस से सवाल

घटना से पहले एटीएस ( Rajasthan ATS ) को क्यों नहीं पता चाला कि गौस पाकिस्तान गया था और वहां के संगठन से जुड़ा है? गौस पाकिस्तान के फोन नंबरों पर लगातार बात कर रहा था तो इसकी भनक क्यों नहीं लगी? सिर्फ इन बातों से पाकिस्तान से कनेक्शन कैसे माना गया? यह जानकारी जल्दबाजी में सार्वजनिक क्यों की गई?

एनआईए क्यों कर रही है आतंकी घटना मानने से इनकार

राजस्थान पुलिस का कहना है कि केंद्रीय गृहमंत्री कार्यालय ने 29 जून सुबह 11 बजकर 12 मिनट पर कहा था कि इस मामले की जांच एनआईए करेगी। टीम उसी दिन उदयपुर पहुंची। आरोपियों के घर सील किए, पर पूछताछ नहीं की। 29 जून को एनआईए ने केस दर्ज किया, पर औपचारिक तौर पर जांच शुरू नहीं की। एनआईए को शुक्रवार को जांच मिली। फिर भी दावा किया कि अभी आतंकी संगठन की बात सामने नहीं आई है।

राजस्थान पुलिस का एनआईए से सवाल

राजस्थान पुलिस का कहना है कि एनआईए ने जांच शुरू नहीं की तो दावा कैसे किया कि आतंकी संगठन का हाथ नहीं है? निम्बाहेड़ा मामले में अलसूफा से रियाज के लिंक की जानकारी के बावजूद नजर क्यों नहीं रखी?

कहीं सियासी नफा-नुकसान की राजनीति तो नहीं

केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियों के बीच आतंकी घटना है या नहीं को लेकर प्रतिकूल दावों के बाद चर्चा ये है कि कहीं इसके पीछे राजनीति का खेल तो नहीं है। यदि यह साबित नहीं होता कि हत्या के पीछे आतंकी संगठन था तो चर्चा सिर्फ इस पर होगी कि धमकी की शिकायत देने पर भी पुलिस ने सुरक्षा देने के बजाय समझौता क्यों करवाया? दूसरी तरफ अगर यह सामने आता है कि आतंकी संगठन का हाथ है तो सवालों की सुई आईबी और एनआईए की तरफ मुड़ जाएगी। ?

Udaipur Murder Case : बता दें कि उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या 28 जून को दोपहर 2 बजकर 45 बजे हुई थी। पुलिस ने शाम 6 बजकर 30 मिनट पर रियाज और गौस मोहम्मद को राजसमंद से पकड़ लिया था।

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