राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी श्रीहरण ने की आत्महत्या की कोशिश, पहले मांग चुकी हैं इच्छा मृत्यु
जनज्वार। राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी श्रीहरण ने बीती रात जेल में जहर पीकर जान देने की कोशिश की। नलिनी श्रीहरण तमिलनाडु के वेल्लोर की विशेष महिला जेल में बंद हैं और वहीं उन्होंने जहर पी कर जान देने की कोशिश की है। नलिनी यहां 29 साल से कैद हैं और उनके वकील पुगलेंती के अनुसार, जेल में उनका एक महिला कैदी से झगड़ा हुआ था। हालांकि इससे पहले 2019 में उन्होंने इच्छा मृत्यु की मांग की थी।
फिलहाल नलिनी सुंदरम की स्थिति खतरे से बाहर बतायी जाती है। उनके पति मुरुगन ने उन्हें किसी अन्य जेल में शिफ्ट करने की मांग की है। जिस महिला कैदी से नलिनी का झगड़ा हुआ है, वह भी उम्रकैद में जेल में है।
नलिनी सुंदर पर 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में भी विस्फोट में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की साजिश में शामिल होने का दोष है। इस हत्याकांड की साजिश श्रीलंका में रची गई थी। यह साजिश लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण ने रची थी। नलिनी पर आरोप है कि उन्होंने घटना को अंजाम देने के लिए धनू नामक लड़की की तलाश की थी, जिसके शरीर पर बम बांध कर राजीव गांधी के पास भेजा गया था और विस्फोट में उनकी मौत हो गई थी। श्रीपेंरबदूर में घटना के दिन रैली आयोजित की गई थी, जिसमें धनू ने राजीव गांधी को माला पहनाया और उनके पैर छुए जिसके बाद विस्फोट हो गया।
नलिनी के साथ उनका पति मुरुगन सहित सात राजीव गांधी की हत्या के दोषी सिद्ध हुए हैं। नलिनी 2019 में वेल्लोर स्पेशल महिला जेल में कथित रूप से जेल अधिकारियों के बुरे व्यवहार को लेकर भूख हड़ताल कर चुकी हैं और उन्होंने खुद के व अपने पति के लिए इच्छामृत्यु की मांग की थी। नलिनी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मद्रास हाइकोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश व तमिलनाडु के गृह सचिव को पत्र लिखा था।
नलिनी 29 साल से जेल में हैं, हालांकि एक बार वे बेटे की शादी में पैरोल पर रिहा हुई हैं। उन्होंने जेल में अपनी 500 पन्नों की आत्मकथा लिखी है। वे दिवंगत राजीव गांधी के बेटी प्रियंका गांधी से भी मिल चुकी हैं। नलिनी का पति मुरुगन लिट्टे के लिए काम करता था और जब वह राजीव गांधी की हत्या की साजिश में शामिल हुईं उस समय दो महीने की गर्भवती थीं।
19 मार्च 2008 को उनकी प्रियंका गांधी से 90 मिनट की मुलाकात हुई थी। उन्होंने अंग्रेजी साहित्य की पढाई की है और मुरुगन के संपर्क में आने से पहले एक निजी कंपनी में नौकरी करती थीं। अपने लिए कमरा खोजने के दौरान व मुरुगन के संपर्क में आईं। उनके अनुसार, उन्हें हत्या की साजिश का पता नहीं था।