किच्छा में तिरंगा फहराकर लोगों को संदेश दे गए राकेश टिकैत, बोले सरकार हमें थका नहीं सकती
(श्री नानकमत्ता साहिब से राकेश टिकैत के नेतृत्व में काशीपुर तक की तिरंगा यात्रा शुरू हुई)
सलीम मलिक की रिपोर्ट
रुद्रपुर। दो दिन के उत्तर-प्रदेश, उत्तराखण्ड प्रवास पर निकले किसान नेता राकेश टिकैत स्वतंत्रता दिवस के मौके पर निकली अपनी तिरंगा यात्रा का काशीपुर में समापन कर गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए।
आसन्न विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर-प्रदेश, उत्तराखण्ड के दौरे पर निकले टिकैत ने किच्छा मंडी में राष्ट्रीय ध्वजारोहण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया। यहां उन्होंने एक विशाल सभा में आज़ादी के आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि हम वह कौम हैं जिसने अंग्रेजों से नब्बे साल के संघर्ष के बाद आज़ादी ली है। इसलिए किसान आंदोलन को लम्बा चलवाकर सरकार हमें थका नहीं सकती। किसान अपनी लड़ाई हर हाल में जीतेगा। किसानों को एक नज़र अपने खेत पर तो दूसरी नज़र आंदोलन पर रखनी होगी।
उन्होंने राज्य की पर्वतीय भावनाओं को छूने की कोशिश करते हुए हिल्स विलेज टूरिज़्म पॉलिसी बनाये जाने की बात करते हुए पहाड़ के किसान की उपज मंडी तक पहुंचाए जाने के लिए ट्रांसपोर्ट की बेहतर परिस्थितियों का मुददा उठाया। तो देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए हिल एलाउंस के साथ ही विशेष दर्जा दिए जाने की मांग भी की। आने वाले विधानसभा चुनाव में किसानों की भूमिका को उन्होंने भविष्य की बात बताते हुए कहा कि तत्कालीन परिस्थितियां ही तय करेंगी कि किसान के हित में क्या कदम उठाया जाए।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिग्गज किसान नेता राकेश टिकैत शनिवार को यूपी के रामपुर जिले से होते हुए उत्तराखण्ड में दाखिल हुए थे। ऐतिहासिक श्री नानकमत्ता गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेकने के बाद किसानों के साथ एक बैठक के बाद उनका रात्रि विश्राम नानकमत्ता में ही रहा।
रविवार की सुबह गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता साहिब से राकेश टिकैत के नेतृत्व में काशीपुर तक की तिरंगा यात्रा शुरू हुई। जो की रास्ते भर के स्वागत कार्यक्रमों के बाद किच्छा पहुंची। किसान नेता ने कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर किच्छा में अपने स्वागत के लिए उमड़े हज़ारों किसानों की मौजूदगी में ध्वजारोहण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सभा को सम्बोधित करने के बाद किसान नेता की तिरंगा यात्रा का काफिला काशीपुर के लिए रवाना हुआ।
तिरंगा यात्रा के काशीपुर में समापन के बाद टिकैत द्वारा एक समागम कार्यक्रम में प्रतिभाग कर गुरद्वारा ननकाना साहिब में मत्था टेकने के बाद किसान नेता गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हो गए। टिकैत के नेतृत्व में नानकमत्ता और काशीपुर के बीच निकलने वाली यह तिरंगा यात्रा किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के भावपूर्ण स्मरण के साथ आरम्भ हुई थी। इस यात्रा का सिरसा फार्म, अनाज मंडी किच्छा, गाबा चौक रुद्रपुर, नामधारी फार्म मुंडिया मनी बाजपुर, दोराहा बाजपुर, कनकपुर जैसे कई स्थानों पर तराई के किसानों ने भव्य स्वागत किया।
तराई में किसान नेता राकेश टिकैत की इस दस्तक से पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों में खासी बैचेनी दिखी। एहतियात के तौर पर नानकमत्ता, किच्छा और काशीपुर में अतिरिक्त पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात किया गया था।