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Rakesh Tikait की चेतावनी, किसान आंदोलन की जरूरत पड़ी तो एक इंच भी नहीं हटेंगे पीछे, बिजली संकट - लाउडस्पीकर पर क्या बोले

Janjwar Desk
4 May 2022 1:47 PM GMT
Kisan Andolan की जरूरत पड़ी तो एक इंच भी नहीं हटेंगे पीछे, राकेश टिकैत की चेतावनी, बिजली संकट और लाउडस्पीकर विवाद पर क्या बोले
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Kisan Andolan की जरूरत पड़ी तो एक इंच भी नहीं हटेंगे पीछे, राकेश टिकैत की चेतावनी, बिजली संकट और लाउडस्पीकर विवाद पर क्या बोले

Rakesh Tikait : राकेश टिकैत ने कहा कि कोयला खदाने अडानी को देनी हैं इसलिए कोयले और बिजली का संकट दिखाकर खदानें अडानी को कैसे दी जाएं इसका षड़यंत्र रचा जा रहा है.....

Rakesh Tikait : किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा है कि सरकार किसानों पर मुकदमे लगाने की बड़ी साजिश कर रही है। उनका कहना है कि देश में बड़े आंदोलन की जरूरत है। वो आंदोलन बेरोजगारी (Unemployement) पर हो या महंगाई (Inflation) पर, बात भविष्य में पता चलेगी। उनका कहना था कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की लखीमपुरी खीरी (Lakhimpur Kheri) में होने वाली मीटिंग में सभी बातों पर मंथन किया जाएगा।

टिकैत ने कहा कि एमएसपी (MSP) पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सकता है। सरकार ने कमिटी के नाम मांगे हैं पर हमने सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं। उन सवालों के जवाब मिलते ही हम एक हफ्ते के अंदर कमिटी के नाम बता देंगे। किसान नेता का कहना था कि किसान अपना हक लेकर रहेगा। फिर से आंदोलन (Farmers Movement) की जरूरत पड़ी तो देशभर के किसान एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।

भाकियू प्रवक्ता टिकैत ने आगे लाउडस्पीकर विवाद को लेकर कहा कि धार्मिक आधार पर नहीं, साउंड के आधार पर लाउडस्पीकर को बंद करना चाहिए। टिकैत ने कहा कि लाउडस्पीकर कहीं पर भी हो आवाज करता है, ऐसे उसको धार्मिक आधार पर नहीं बल्कि ध्वनि प्रदूषण फैलाने के आधार पर बंद करना चाहिए। टिकैट ने कहा कि देश में केवल एक चीज से काम चल रहा कि वोट कैसे मिलेंगे।

राकेश टिकैत ने बिजली संकट पर भी अपनी राय रखते हुए कहा कि सरकार और बिजली कंपनियां मिली हुई हैं। उन्होंने कहा कि चार-पांच महीने पहले कोयले का रेट आठ हजार रुपये प्रति टन था। आज ये 18 हजार रुपये है। उन्होंने कहा कि कोयला खदाने अडानी को देनी हैं इसलिए कोयले और बिजली का संकट दिखाकर खदानें अडानी को कैसे दी जाएं इसका षड़यंत्र रचा जा रहा है।

टिकैत ने यह भी कहा कि किसानों को अब तक सस्ती बिजली नहीं मिली है। किसान आंदोलन के बाद उत्तर प्रदेश में कृषि बिजली के दाम आधे करने का बत जरूर की है पर बिजली की आपूर्ति में कटौती हुई है। बिजली लगातार नहीं मिल पा रही है।

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