BJP के 'विज्ञापनजीवी सरकार' के जवाब में बघेल हमलावर, कहा 65 करोड़ रमन सिंह के विज्ञापन के चुकाए, 190 करोड़ अभी बाकी
(छत्तीसगढ़ में विज्ञापन पर हुए खर्च को लेकर सीएम और पूर्व सीएम सोशल मीडिया पर भिड़ गए हैं)
जनज्वार। छतीसगढ़ में विज्ञापनों और उनके लिए किए गए भुगतान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमण सिंह इसे लेकर सोशल मीडिया पर भिड़ गए हैं।
शुरुआत रमण सिंह की ओर से हुई। रमण सिंह ने ट्वीट कर बघेल सरकार को 'विज्ञापनजीवी सरकार' बताते हुए तंज किया कि उन्होंने 2 अरब 8 करोड़ रुपये का खर्च सिर्फ अपना चेहरा चमकाने के लिए कर दिया तो भूपेश बघेल ने जबाब देते हुए पूर्ववर्ती रमण सरकार को ही घेर लिया।
भूपेश बघेल ने एक के बाद एक, दो ट्वीट किए। बघेल ने ट्वीट कर लिखा, "रमन सिंह जी, हमने ढाई साल में प्रचार प्रसार की जिस राशि का भुगतान किया है, उसमें से ₹65.16 करोड़ तो आपके चेहरे को चमकाने के लिए किए गए विज्ञापनों का भुगतान था। आप जब सरकार छोड़कर गए थे, तो विज्ञापन और प्रचार प्रसार का 190.62 करोड़ रुपये का भुगतान जनता के सिर छोड़ गए थे।"
बघेल ने एक और ट्वीट कर लिखा, "उसमें से 65.16 करोड़ रुपये हमने चुकाए हैं और 125.46 करोड़ अभी भी भुगतान के लिए लंबित है।"
रमन सिंह जी,
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 28, 2021
हमने ढाई साल में प्रचार प्रसार की जिस राशि का भुगतान किया है, उसमें से ₹65.16 करोड़ तो आपके चेहरे को चमकाने के लिए किए गए विज्ञापनों का भुगतान था।
आप जब सरकार छोड़कर गए थे, तो विज्ञापन और प्रचार प्रसार का 190.62 करोड़ रुपये का भुगतान जनता के सिर छोड़ गए थे।
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भूपेश बघेल ने नसीहत देते हुए कहा कि आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में तो झांक कर देखें। रामचरितमानस का एक दोहे के साथ उन्होंने अपनी बात खत्म की। बघेल ने लिखा, "बाबा तुलसीदास कह गए हैं, पर उपदेश कुशल बहुतेरे । जे आचरहिं ते नर न घनेरे।"
इससे पहले रमण सिंह ने ट्वीट कर लिखा था, "विज्ञापनजीवी @bhupeshbaghel सरकार!
उसमें से 65.16 करोड़ रुपये हमने चुकाए हैं और 125.46 करोड़ अभी भी भुगतान के लिए लंबित है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) July 28, 2021
आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में तो झांक कर देखें।
बाबा तुलसीदास कह गए हैं, "पर उपदेश कुशल बहुतेरे । जे आचरहिं ते नर न घनेरे।"
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सोचिए! कर्ज पर कर्ज लेने वाली सरकार ने ढाई साल में 2 अरब 8 करोड़ रुपए से अधिक सिर्फ अपना चेहरा चमकाने में खर्च कर दिये। कोरोना के इलाज की व्यवस्था, वैक्सीन और नई नौकरियों के लिए पैसे नहीं हैं लेकिन विज्ञापन के लिये पैसे हैं।"
विज्ञापनजीवी @bhupeshbaghel सरकार!
— Dr Raman Singh (@drramansingh) July 26, 2021
सोचिए! कर्ज पर कर्ज लेने वाली सरकार ने
ढाई साल में 2 अरब 8 करोड़ रुपए से अधिक सिर्फ अपना चेहरा चमकाने में खर्च कर दिये।
कोरोना के इलाज की व्यवस्था, वैक्सीन और नई नौकरियों के लिए पैसे नहीं हैं लेकिन विज्ञापन के लिये पैसे हैं।