Ramnagar News : गुलदार के हमले का शिकार बनी महिला, छह घण्टे नेशनल हाईवे जाम किया ग्रामीणों ने, अधिकारियों के आश्वासन पर हटे

(गुलदार के हमले का शिकार बनी महिला, छह घण्टे नेशनल हाईवे जाम किया ग्रामीणों ने)
Ramnagar News : शिवरात्रि के दिन गुलदार के हमले (Leopard Attack) में मौत का शिकार बनी महिला के परिजनों व ग्रामीणों ने मृतका के शव के साथ बुधवार को मरचूला चौराहे पर नेशनल हाईवे (National Highway) जाम कर दिया। गुलदार को मौत के घाट उतारने या पकड़ने व मृतका के परिजनों को मुआवजे की मांग पर किये गए चक्का जाम के चलते नेशनल हाईवे पर घंटों तक यातायात बाधित रहा। बाद में सक्षम अधिकारियों के मौके पर पहुंचने व कार्यवाही के आश्वासन पर ग्रामीणों ने चक्का जाम खोल दिया। जिसके बाद ही नेशनल हाईवे पर यातायात सुचारू हुआ।
बता दें कि बीते रोज शिवरात्रि के दिन अल्मोड़ा जनपद के मौलेखाल विकास खण्ड के कूपी ग्राम की गुड्डी देवी (59 वर्ष) पत्नी महेश सिंह मंगलवार की सुबह भोजन करने के बाद अपने दुधारू मवेशियों के लिए चारा लेने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की कालागढ़ टाइगर रिजर्व (Kalagarh Tiger Reserve) की सीमा से सटे अल्मोड़ा वन प्रभाग के जंगल में गयी हुई थी। जहां गुलदार ने गुड्डी पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। दोपहर बाद 3 बजे तक जब गुड्डी देवी अपने घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों को उनकी चिंता होने लगी। परिजनों को आशंका हुई कि चारा तोड़ने के चक्कर में पेड़ से गिरकर वह जख्मी न हो गयी हों।
परिजन गांव के ही कुछ लड़कों के साथ गुड्डी देवी की तलाश में जंगल गए तो शाम 6 बजे के करीब एक स्थान पर गुड्डी देवी का किसी वन्यजीव द्वारा अधखाया शव बरामद हुआ। वन्यजीव द्वारा महिला के शरीर के कई हिस्से खा लिए गए थे। गुलदार के हमले में महिला की मौत के बाद से गांव में मातम पसर गया था। दहशतजदा ग्रामीणों ने हमलावर गुलदारको मारने अथवा पकड़ने की मांग करते हुए कहा था कि महिला को मारने के बाद गुलदार आदमखोर हो गया है। ऐसे में उसके हमले ग्रामीणों पर बढ़ने की आशंका है। इसलिए गुलदार को पकड़ा जाए।
बुधवार की सुबह ग्रामीणों ने गुलदार पकड़ने की मांग को लेकर मरचूला चौराहे पर मृत महिला के शव के साथ चक्का जाम कर दिया। नेशनल हाईवे पर चक्का जाम होते ही रामनगर से गढ़वाल मण्डल व कुमाउं के मौलेखाल आदि क्षेत्रों का यातायात ठप्प हो गया। एक घण्टे तक किसी सक्षम अधिकारी के मौके पर नहीं पहुंचने से ग्रामीण आक्रोशित होने लगे। बाद में अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से वन विभाग के डीएफओ, एसडीएम सल्ट, थानाध्यक्ष सल्ट आदि का अमला मौके पर पहुंचा।
ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग की कि मृतका के परिजनों को मुआवजा देते हुए हमलावर गुलदार को तुरंत शूट आउट किया जाए। इस दौरान ग्रामीणों की अधिकारियों की तीखी नोंक-झोंक भी हुई। बाद में ग्रामीणों व अधिकारियों के बीच मांगों को लेकर समझौता हुआ। जिसमें मृतका के परिजनों को नियमानुसार जल्द ही मुआवजा दिए जाने, मृतका के एक परिजन को विभाग में नौकरी दिए जाने, ग्रामीणों की वन्यजीवों से सुरक्षा के उपाय करने, हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाए जाने पर सहमति बनी। अधिकारियों से वार्ता के बाद ग्रामीणों द्वारा नेशनल हाईवे का यातायात खोल दिया गया। जिसके बाद जाम में अटके वाहन अपने गंतव्य को रवाना हुए।










