Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

रणवीर सिंह की 1983 वर्ल्ड कप पर आधारित 83 फिल्म घिरी जातिवाद के आरोपों में, एक डायलॉग को लेकर मचा बवाल

Janjwar Desk
31 Dec 2021 5:30 PM IST
Ranveer singh film 83
x

रणवीर की फिल्म् 83 की सोशल मीडिया पर हो रही थू। 

रणवीर सिंह की फिल्म 83 वर्ल्ड कप 1983 पर आधारित है। फिल्म अब जातिवाद के आरोपों में घेरे में आ गई है। फिल्म के एक डायलॉग को लेकर बवाल मचा है।

नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह ( Ranveer Singh ) की नई फिल्म '83' ( Film 83 ) अब विवादों के घेरे में आ गई है। फिल्म के एक डायलॉग को जातिवादी ( Castiest dialogue ) बताया जा रहा है। यानि रणवीर की फिल्म विवादों में फंसती दिख रही है। सोशल मीडिया पर इस फिल्म के एक डायलॉग को लेकर बवाल मचा है। लोग इसको लेकर सख्त आपत्ति जता रहे हैं। इस डायलॉग के कारण लोग पूरी फिल्म को ही आरक्षण विरोधी बता रहे हैं।

बता दें कि अभिनेता रणवीर सिंह ( Ranveer Singh ) की 83 फिल्म, भारत के क्रिक्रेट में पहले वर्ल्डकप ( 1983 cricket world cup ) के जीतने पर आधारित है। रणवीर सिंह ने इसमें भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ( Kapil Dev ) का किरदार निभाया है। इस फिल्म को लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं। फिल्म में एक-एक कैरेक्टर के परफेक्शन को लेकर भी लोग इसे देखने जा रहे हैं।

डायलॉग से आती है जातिवाद का बू

क्रिसमस के बाद से फिल्म औसत स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रही थी। इस बीच इंटरनेट पर इस फिल्म का एक डायलॉग वायरल होने लगा है। इससे फिल्म को लेकर एक नया विवाद पैदा होने का खतरा मंडरा रहा है। दरअसल, फिल्म के एक सीन में कपिल देव बने रणवीर सिंह, श्रीकांत बने अपने साथी कलाकार से क्रिकेट मैच को लेकर बातचीत कर रहे हैं। वहीं पर एक डायलॉग है- हमलोग सेमीफाइनल तक किसी कोटा से नहीं पहुंचे हैं, मेहनत से पहुंचे हैं। फिल्म के इस डायलॉग को लेकर लोगों ने आरक्षण पर बहस छेड़ दी। फिल्म का यह एंगल सामने आने के बाद से सोशल मीडिया पर लोग इसकी आलोचना करने लगे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का कहा है कि फिल्म का ये डायलॉग गलत है और इससे जातिवाद की बू आती है।

जातिवादी सेलेब्स का सस्ता तंज

ट्विटर पर सूरज कुमार बुद्ध (@SurajKrBauddh) नामक यूजर ने लिखा है - ये है 83 फिल्म का डायलॉग। कोटा पर अपमानजनक टिप्पणी करना जातिवादी सेलेब्स का बहुत सस्ता तंज है। पूरी टीम को खुद पर शर्म आनी चाहिए। क्या यह आपकी मेरिट है? एक अन्य यूजर @blahssome ने इस डायलॉग को गैर जरूरी बताते हुए लिखा है - यह डायलॉग बहुत ही चापलूसी भरा था और इस दृश्य के लिए यह बिल्कुल अप्रासंगिक है।

बहिष्कार की अपील

वहीं, आरक्षण के सपोर्ट में एक और यूजर इक्वालिटी फॉर ऑल (@Equalit73659657) ने तंज कसते हुए लिखा है - बिना आरक्षण के 'योग्यता' वाले खिलाड़ियों को 1983 के बाद विश्व कप जीतने में 27 साल लग गए! 1.3 अरब लोगों के देश में उन्हें योग्यता वाले लोग नहीं मिले! आलोचना के बाद से फिल्म को बहिष्कार करने की भी अपील की जा रही है। जबकि इस फिल्म में रणवीर सिंह के साथ-साथ बाकी सभी एक्टर्स की एक्टिंग की जमकर तारीफ की जा रही है।

अच्छे रिव्यूज के बावजूद रिस्पांस नहीं मिला अच्छा

बता दें कि स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म '83' का जिस तरह प्रदर्शन सिनेमाघरों में देखने को मिला है उससे सभी चकित हैं। फिल्म समीक्षकों के अच्छे रिव्यूज के बाद भी यह कमाल नहीं कर पाई। क्रिसमस वीकेंड पर फिल्म का कलेक्शन औसत रहने के बाद से ही इसका अंदाजा लगाया जा ने लगा था कि फिल्म ज्यादा नहीं चलेगी। '83' के साथ ही इस वक्त सिनेमाघरों में हॉलीवुड फिल्म 'स्पाइडर-मैन: नो वे होम' और साउथ की फिल्म 'पुष्पा' लगी हुई है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं।

Next Story

विविध