RJD attacks Nitish : वीडियो शेयर कर राजद ने नीतीश कुमार को दी चुनौती, जाम छलकाते जदयू नेता पर कार्रवाई का है दम ?
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(राजद ने एक वीडियो शेयर कर नीतीश कुमार को चुनौती दी है)
RJD attacks Nitish : बिहार में शराब से होने वाली मौतों (Death due to poisonous liquor) को लेकर एक ओर जहां विपक्ष पूरी तौर पर आक्रामक है, वहीं सत्तापक्ष के नेता विपक्षी नेताओं पर ही आरोप लगा रहे हैं। इन सबके बीच राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद (RJD) ने एक वीडियो शेयर कर बिहार में शराबबंदी पर सवाल उठाया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर एकाउंट से लिखा गया है कि वीडियो में जाम छलकाते दिख रहा शख्स जदयू नेता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (JDU President Lalan Singh) का करीबी है।
राजद के ट्विटर हैंडल पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है, "शराबबंदी का ढोंग करने वाले मुख्यमंत्री @NitishKumar जी, देखिए आपकी पार्टी का नेता और आपके राष्ट्रीय अध्यक्ष का सबसे करीबी आदमी कैसे शराबबंदी की धज्जियाँ उड़ा रहा है। है आपमें दम? है आपमें नैतिकता? जो इसके ख़िलाफ कारवाई कर सकें।केवल दलितों-गरीबों पर कारवाई करो ढोंगी-पाखंडियों?"
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejasvi Yadav) ने भी आज रविवार, 7 नवंबर 2021 को सीधे-सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया था। रविवार को तेजस्वी ने सीएम से एक के बाद एक पंद्रह सवाल पूछे। ये पंद्रह सवाल बिहार की शराबबंदी नीति से जुड़े हैं।
तेजस्वी यादव ने बिहार में शराब के आने से लेकर उसकी बिक्री, पुलिस प्रशासन की कार्रवाई और राजनीतिक सहभागिता से जुड़ी बातों का जिक्र किया। तेजस्वी ने अपने फेसबुक पर इन पंद्रह सवालों के साथ लंबा-चौड़ा पोस्ट किया है। उन्होंने लिखा, "चंद चुनिंदा अधिकारियों के चश्मे से ही बिहार के हर हालात और घटना को देखने वाले माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार क्या इन ज्वलंत सवालों के जवाब दे पाएँगे?'
नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा, "बिहार में आए दिन शराब की कथित बड़ी बड़ी ख़ेप पकड़ाती है, जब्त किए गए शराब और गाड़ी की पुनः तस्करों के हवाले करने के लिए थानों से ही बोली लगती है जिसका बड़ा हिस्सा प्रशासन व पुलिस के अफसरों और सत्तारूढ़ नेताओं के जेबें गरम करती हैं, क्या मुख्यमंत्री को इस बात की जानकारी नहीं है? बिल्कुल है!
उन्होंने लिखा कि बिहार में दूसरे राज्यों से शराब आता है तो बिहार सीमा के अलावा औसतन 4-5 जिलों से होते हुए अपने गंतव्य स्थल तक पहुँचता है। बिना विभिन्न जिलों के प्रशासन, मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग व पुलिस के शीर्ष अफसरों की आपसी मिलीभगत, तालमेल और तय हिस्सेदारी के क्या इसका पहुँचना संभव है?
"क्या मुख्यमंत्री नहीं जानते कि बिहार में शराब सिर्फ़ और सिर्फ़ बोतल में बंद है लेकिन चारों तरफ़ थानों और प्रशासन की निगरानी में हर चौक-चौराहे से शराब की खुलेआम धड़-धड़ल्ले से बिक्री होती है?"
बता दें कि बिहार में जहरीली शराब के चलते कई परिवारों की दिवाली काली हो गई। कथित तौर पर जहरीली शराब से अब तक 26 से ज्यादा लोगों की संदिग्ध मौत हुई है। बीते दो दिनों में गोपालगंज में 17 और बेतिया में 9 लोगों की जान जहरीली शराब पीने के चलते गई है।
यही नहीं शराब पर पाबंदी लगाने वाले राज्य में इस साल अब तक 70 लोग इसके चलते जान गंवा चुके हैं। इससे शराब तस्करों पर लगाम कसने की सरकार और प्रशासन की कोशिशों पर भी सवाल उठे हैं।
बता दें कि बेतिया के नौतन प्रखंड दक्षिण तेलवा पंचायत में एक ही गांव के 16 लोगों की मौत से कोहराम मचा है। इस वजह से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। शोक के कारण गांववालों ने दीवाली नहीं मनाई। बेतिया मेडिकल कॉलेज में भी लोग भर्ती हैं। मोतिहारी और गोपालगंज मे भी कुछ लोग चोरी-छिपे इलाज करवा रहे हैं।
पुलिस आस-पास के गांव में छापेमारी कर रही है। अब तक दो महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आईजी के अलावा डीएम-एसएसपी सहित सभी वरीय अधिकारी गांव में जमे हुए हैं। कुछ महीने पहले भी बेतिया में जहरीली शराब से 12 लोगों की मौत हो गई थी।
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