Russia Ukraine War : यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाने के आरोपों पर विदेश मंत्रालय ने दिया ये जवाब
यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाने के आरोपों पर विदेश मंत्रालय ने ये जवाब दिया।
Russia Ukraine War : यूक्रेन ( Ukraine ) में फंसे सभी भारतीय छात्रों ( Indian Student ) को वहां से बाहर निकालना मोदी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ( MEA ) ने बयान जारी कर कहा है कि यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाए जाने की कोई सूचना नहीं है। भारतीय विदेश मंत्रालय ( MEA ) ने अपनी तरफ से एक बयान में कहा कि हम यूक्रेन में भारतीयों संग संपर्क में हैं। किसी को बंधक बनाने की जानकारी हमें नहीं मिली है।
Our Embassy in Ukraine is in continuous touch with Indian nationals in Ukraine. We note that with the cooperation of the Ukrainian authorities, many students have left Kharkiv yesterday. We have not received any reports of any hostage situation regarding any student: MEA pic.twitter.com/1pyZ5u1TIy
— ANI (@ANI) March 3, 2022
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय छात्रों को बंधक बनाये जाने जैसे हालात के बारे में कोई खबर नहीं है।
रूस ( Russia ) ने आरोप लगाया था कि यूक्रेन भारतीय छात्रों को बंधक बनाकर हमारे खिलाफ ह्यूमन शील्ड ( Human Shield ) के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। इस बात की जानकारी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ( Vladimir Putin ) ने पीएम मोदी ( PM Narendra Modi ) को फोन पर दी थी।
दरअसल, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए भारत ने रूस से मदद की मांग की थी। वहीं इस मामले में रूस ने यूक्रेन पर आरोप लगाया कि जो टैंक रोके जा रहे हैं, उसमें भारतीय छात्रों को ही ढाल बनाया जा रहा है।
कॉरिडोर बनाने के लिए रूस से बात करे भारत
इस बीच बीती रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। पीएम मोदी और पुतिन की बातचीत के ठीक बाद रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी किया गया। जिसमें भारतीयों की पूरी मदद करने की बात कही गई है। वहीं, रूस की तरफ से किए जा रहे दावे को लेकर यूक्रेन ने एक बयान में कहा कि भारत अपने छात्रों को यूक्रेन से निकालने के लिए एक कॉरिडोर बनाने को लेकर रूस से बात करें।
रूस के आरोपों के कुछ देर बाद ही यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ( MEA ) ने दावा किया कि रूसियों ( Russia ) ने भारत, पाकिस्तान, चीन और अन्य देशों के छात्रों को बंधक बनाया। यूक्रेन ( Ukrain ) के विदेश मंत्रालय ने अपने एक ट्वीट में कहा कि हम भारत, पाकिस्तान, चीन और अन्य देशों की सरकारों से खारकीव और सुमी में रूसी हमले में बंधक बनाए गए लोगों के लिए मास्को से मांग करते हैं कि वह अन्य यूक्रेनी शहरों के लिए मानवीय गलियारे को खोलने की अनुमति दे।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने बुधवार को कहा कि हम खारकीव और अन्य संघर्ष वाले इलाकों से अपने भारतीय नागरिकों की सुरक्षित और निर्बाध मार्ग की मांग करते हैं। भारत सरकार ने निकासी की सुविधा के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में वरिष्ठ मंत्रियों को भेजा है।
Russia Ukraine War : बता दें कि पिछले आठ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है। यूक्रेन से अब भी हजारों रतीय छात्रों के फंसे होने की सूचना है। इस बीच रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच आज दूसरे दौर की बातचीत हो सकती है। रूस का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए बेलारूस-पोलैंड के बॉर्डर पहुंच गया है, जहां दोनों पक्षों की बातचीत होगी। यूक्रेन में पिछले एक हफ्ते से हो रहे रूसी सैन्य कार्रवाई से तबाही हर रोज बढ़ती जा रही है। यूक्रेन पर रूस के ताबड़तोड़ हमलों के रुस के राष्ट्रपति दिमीर पुतिन ( Vladimir Putin ) पर युद्ध अपराध का मुकदमा चलाने की मांग हो रही है। ये मांग सबसे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ( Volodymyr Zelensky ) ने उठाई और अब बहुत से देश इसकी मांग कर रहे हैं।