5 जून को संपूर्ण क्रांति दिवस, भाजपा दफ्तरों के सामने किसान करेंगे प्रदर्शन
(आज पंजाब के दोआबा क्षेत्र से किसानों का एक बड़ा जत्था सिंघु बॉर्डर पहुंचा। दोआबा क्षेत्र के किसानों ने इस आंदोलन में अहम योगदान निभाया है।)
जनज्वार डेस्क। संयुक्त किसान मोर्चा की शुक्रवार 28 मई को हुई आम बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आने वाली 5 जून को 'संपूर्ण क्रांति दिवस" मनाया जाएगा। इसी दिन खेती कानूनों के ऑर्डिनेंस के रूप में घोषित हुए 1 साल हो रहा है वही 5 जून 1974 को जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति का नारा देते हुए देश मे जन आंदोलन खड़ा किया था।
संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बयान में सभी देशवासियों से आह्वान किया है कि वे किसान आंदोलन में समर्थन को जारी रखें व इस दिन भाजपा के सभी सांसदों, विधायकों और प्रतिनिधियों के दफ्तर के बाहर कृषि कानूनों की कॉपी जलाकर संपूर्ण क्रांति मैं अपनी भूमिका निभाएं। समय-समय पर सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान का देशवासियों ने भरपूर समर्थन किया है।
बयान में कहा गया कि 'सम्पूर्ण क्रांति दिवस पर सभी देशवासियों से आग्रह है कि केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ सम्पूर्ण क्रांति का सकंल्प ले और इसे जनांदोलन बनाते हुए सरकार को मजबूर करें कि वह कानून वापस रद्द करें।'
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री किसान नेता चौधरी चरण सिंह जी की पुण्यतिथि है। संयुक्त किसान मोर्चा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है एवं खेती, किसान और गांव के विकास में उनके योगदान को सलाम करता है। चौधरी चरण सिंह असल मायनो में देश को आत्मनिर्भर बनाना चाहते थे जिसमें किसान मजदूर व गांव के लोग खुशहाल रह सके।
'किसानों का इस सरकार पर अविश्वास किसानों को चौधरी चरण सिंह की याद दिलाता है जो किसानों के हर दुख-दर्द को ईमानदारी से समाज व सरकार के सामने रखते थे व उसका समाधान निकालते थे। आज केंद्र की मोदी सरकार कॉर्पोरेट्स पक्षीय सिद्ध हो रही है जहां वो किसानों मजदूरों की बात नहीं सुनती। आज किसान नेताओ ने दिल्ली में किसान घाट पहुंच चौधरी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।'
अखिल भारतीय किसान सभा का बड़ा जत्था आज सिंघू बॉर्डर पहुंचा। मंच से संबोधित करते हुए किसान नेता अशोक धवले व कृष्णा प्रसाद। pic.twitter.com/JUJNHS14Ze
— Kisan Ekta Morcha (@Kisanektamorcha) May 29, 2021
आज पंजाब के दोआबा क्षेत्र से किसानों का एक बड़ा जत्था सिंघु बॉर्डर पहुंचा। दोआबा क्षेत्र के किसानों ने इस आंदोलन में अहम योगदान निभाया है। आज नए जत्थे में किसान सिंघू बॉर्डर पहुंचे और मोर्चा संभाला। संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि इसी तरह अब रोजाना किसानों का आना जारी रहेगा और दिनों-दिन मोर्चा मजबूत होगा।