पीएम मोदी पर फिल्म बनाने वाले निर्देशक संदीप सिंह सुशांत मामले में हुए संदिग्ध, कांग्रेस ने लगाए गंभीर आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उन पर फिल्म बनाने वाला संदीप सिंह।
नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवनी पर फिल्म बनाने वाले फिल्म निर्माता संदीप सिंह के कथित रूप से भाजपा से जुड़े होने पर कांग्रेस ने रविवार को जमकर हमला बोला। संदीप सिंह ने दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का सबसे नजदीकी दोस्त होने का दावा किया है। कांग्रेस ने सवाल उठाए कि संदीप सिंह ने क्यों भाजपा के मुंबई दफ्तर में 53 बार फोन किया।
दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, देश संदीप सिंह के बारे में जानना चाहता है। हम जानना चाहते हैं कि वह भाजपा में किससे जुड़े हैं और उन्हें कौन बचा रहा है।
सिंघवी ने आरोप लगाया कि भाजपा संदीप सिंह के मामले में दिन-ब-दिन बेनकाब होती जा रही है।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सिंघवी ने कहा कि संदीप सिंह ने खुद दावा किया है कि वह सुशांत सिंह राजपूत के काफी करीबी दोस्त थे।
उन्होंने कहा, 'मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि संदीप सिंह ने भाजपा दफ्तर में इन ढाई महीनों में 53 बार फोन क्यों किया। इनको किससे खतरा था जो वह अपने लिए सुरक्षा मांग रहे थे'।
सिंघवी ने दावा किया कि संदीप सिंह वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने मोदी पर फिल्म बनाई थी। फिल्म 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले रिलीज होनी थी, लेकिन अदालत के निर्देश पर चुनाव के बाद रिलीज हुई।
सिंघवी ने यह भी कहा कि संदीप सिंह देश छोड़कर विदेश जाना चाहते हैं। सिंघवी के मुताबिक, संदीप के खिलाफ स्विट्जरलैंड के एक नागरिक पर हमले का मामला 2018 में मॉरीसस में दर्ज किया गया था।
सिंघवी ने कहा, 'पिछले साल वाइब्रेंट गुजरात समिट में संदीप सिंह ने 177 करोड़ का एक एग्रीमेंट साइन किया था। वही एकमात्र फिल्म निर्माता थे, जिनके साथ उस समिट में डील साइन की गई थी। उनकी कंपनी लेजेंड ग्लोबल स्टूडियो को 2017 में 67 लाख रुपये का घाटा हुआ था। उनकी कंपनी के साथ 177 करोड़ रुपये का डील साइन किया गया, लेकिन ये नहीं बताया गया कि वो पैसा आएगा कहां से'?
उन्होंने कहा, 'क्या संदीप सिंह ने मॉरीसस में केस खत्म करवाने के लिए भाजपा दफ्तर में फोन किए? ड्रग्स की बात भी सामने आ रही है जो 2017-2018 में हुए थे। उस समय फडणवीस सरकार ने क्या किया'?
सिंघवी ने पूछा, 'क्या संदीप सिंह को बचाने के लिए सीबीआई ने इतनी तेजी से इस केस को अपने हाथ में ले लिया'?