Satyendra Jain News : सत्येंद्र जैन को मिली बड़ी राहत, हाईकोर्ट ने खारिज की कैबिनेट मंत्री के पद से निलंबित करने वाली याचिका
Satyendra Jain News : सत्येंद्र जैन को कोर्ट से फिर लगा बड़ा झटका, 20 जुलाई तक बढ़ाई गई न्यायिक हिरासत
Satyendra Jain News : दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) से दिल्ली (Delhi) के स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) को आज गुरुवार को बड़ी राहत मिली है। हाई कोर्ट ने गुरुवार को उस यचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्हें कैबिनेट मंत्री पद से निलंबित करने की मांग की गई थी। याचिका में कहा गया था कि हिरासत में होने के बावजूद सत्येंद्र जैन अब भी एक कैबिनेट मंत्री के भत्तों और विशेष अधिकारों का आनंद ले रहे हैं जबकि उन पर गंभीर प्रकृति वाले आरोप लगे हैं, जिसके लिए उन्हें कड़ी सजा मिल सकती है।
Delhi HC dismisses plea seeking suspension of Delhi Health Minister Satyendra Jain. Plea stated that Jain under custody is still enjoying the perks & privileges of a cabinet minister despite having been allegedly indicted under serious charges which may entail severe punishment. pic.twitter.com/qzP0hNVNU7
— ANI (@ANI) July 7, 2022
सत्येंद्र जैन तिहाड़ जेल में हैं बंद
बता दें कि 31 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने सत्येंद्र जैन को मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। वे फिलहाल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। इससे पहले कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। 1 जुलाई को ईडी ने स्वास्थ्य मंत्री के दो करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। अदालत ने वैभव जैन की रिमांड अवधि 11 जुलाई तक बढ़ा दी है जबकि अंकुश जैन को अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सत्येंद्र जैन मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तार
बता दें कि ईडी ने 2017 के एक मामले में सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और सहयोगियों के खिलाफ मनी लांड्रिंग के मामले में केस दर्ज किया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने कोलकाता के तीन हवाला ऑपरेटर की 54 शेल कंपनियों के जरिए 16.39 करोड रुपए की काले धन को सफेद करने का काम किया था। वहीं सत्येंद्र जैन के सहयोगियों और अन्य व्यक्तियों के परिसर में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत किए गए एक तलाशी अभियान के दौरान संपत्ति जब्त की गई। जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उनकी सहायता की थी।