UP के अफसरों ने नाकामी छुपाने के लिए योगी के आगमन पर सफेद चादरों से ढक दिये कूड़े के ढेर
CM योगी को न दिख पाये कूड़ा इसलिए सफेद कपड़े से ढक दिया, इससे पहले अनगिनत मौतों के बाद लखनऊ में टीन शेड से ढक दिया था श्मशान
जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में नगर निगम के अधिकारी तीन दिनों तक सीएम के रूट को चमकाने में लगे रहे। इस दौरान सड़क से लेकर पटरी तक चकाचक कराई गई। मेरठ के तेजगढ़ी चौराहे के पार्क पर हुए अतिक्रमण को भी हटा दिया गया। हापुड़ रोड स्थित लोहियानगर में खड़े कूडे के पहाड़ को छिपाने के लिए कनात की अस्थायी दीवार खड़ी कर दी गई।
हालांकि इससे पहले भी योगीराज में कोरोना मरीजों की ज्यादा से ज्यादा मौतों के बाद श्मशान घाटों में चौबीसों घंटे जलती लाशों की खबरों को छुपाने के लिए लखनऊ में टीन शेड से श्मशान ढक दिये गये थे।
मुख्यमंत्री योगी के आगमन को लेकर नगर निगम प्रशासन ने कई रास्तों पर रंगोली सजाई थी, लेकिन ऐन मौके पर कुछ ऐसा हुआ कि कर्मचारी रंगोली हटाने में जुट गए। आनन-फानन में रंगोली हटाई गई। हालांकि रंगोली बनाने वाले इसका कारण बताने से बचते रहे।
कोरोना संक्रमण काल में बीमारी होने के नाम पर पिछले एक महीने से गायब चल रहे नगर निगम के कई अधिकारी और कर्मचारी सीएम के खौफ के कारण अचानक सड़कों पर और सक्रिय नजर आए।
यूपी प्रशासन के कूड़े के ढेर ढकने की खबर पर समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया है, 'चाहे जितनी कर लो परदादारी नहीं छुपेगी सरकार की मक्कारी! मेरठ में मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान कूड़े के ढेरों को सफेद पर्दों ढका प्रशासन ने। आपदा काल में जहां जनता को मदद की दरकार है वहां प्रशासन फिजूल के कामों में पैसा और समय बर्बाद कर रहा है। कहां गया स्वच्छ भारत अभियान?'
चाहे जितनी कर लो परदादारी नहीं छुपेगी सरकार की मक्कारी!
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) May 17, 2021
मेरठ में मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान कूड़े के ढेरों को सफेद पर्दों ढका प्रशासन ने।
आपदा काल में जहां जनता को मदद की दरकार है वहां प्रशासन फिजूल के कामों में पैसा और समय बर्बाद कर रहा है।
कहां गया स्वच्छ भारत अभियान? pic.twitter.com/virL5AbHHR
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को देखते पुलिस-प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हुए थे। पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड से लेकर सर्किट हाउस और कलेक्ट्रेट व बिजौली गांव तक पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद बनाई थी।
एडीजी, आईजी, एसएसपी समेत पुलिस प्रशासन के अधिकारी दिनभर मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे रहे। कोरोना प्रोटोकॉल के चलते किसी को भी मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री के लौटने के बाद ही सांसत में रहे अधिकारियों की जान में जान आ सकी।
कूड़े के ढेर को छुपाने की यह कला शायद यूपी के अधिकारियों ने मोदी की प्रेरणा से पाई हो। आपको याद होगा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प के भारत दौरे के समय मोदी गुजरात में एक लंबी दीवार बनवाई थी, वह इसलिए कि उस रूट से दिखने वाली गरीबी और गरीब छुपाए जा सकें।