शिवसेना ने पूछा - कब होगी अर्णब की गिरफ्तारी? कांग्रेस महाराष्ट्र में आज से शुरू करेगी आंदोलन
जनज्वार। टीआरपी घोटाले में फंसे रिपब्लिक भारत न्यूज चैनल के हेड अर्णब गोस्वामी के वाट्सएप चैट से कई राज खुल रहे हैं। अर्णब गोस्वामी के द्वारा पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों को लेकर किए वाट्सएप चैट पर शिवसेना ने भाजपा को घेरा है और पूछा है कि उन पर कार्रवाई कब होगी। वहीं कांग्रेस ने अर्णब की गिरफ्तारी के लिए आज से आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि वेब सीरीज तांडव की सामग्री को लेकर उसके निर्माताओं व टीम पर तो केस कर दिया, लेकिन वास्तव में हिम्मत है तो पत्रकार अर्णब गोस्वामी पर भी केस करके दिखाओ, जिसने पुलवामा के भारत माता के शहीदों का अपमान किया है।
सामना ने लिखा है कि किसी के पास 100 ग्राम गांजा मिलने पर हो हल्ला मचाने वाला मीडिया अर्णब गोस्वामी के कथित देशद्रोह के मामले पर भी चर्चा करने को तैयार नहीं है। सामना ने अपना यह संपादकीय बार्क के पूर्व सीइओ पार्थो दासगुप्ता व अर्णब गोस्वामी के वायरल हुए वाट्सएप चैट को लेकर लिखा है।
इस चैट से यह पता चलता है कि अर्णब गोस्वामी को 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बालाकोट में किए जाने वाले एयरस्ट्राइक की पहले से ही जानकारी थी। भारत की ओर से यह कार्रवाई 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर पुलवामा में सीआरपीएफ दस्ते पर हुए आतंकी हमले के बाद की गयी थी। इस हमले में सीआरपीएफ के के 40 जवान शहीद हो गए थे।
शिवसेना ने कहा है कि यह अच्छी बात है कि यूपी और बिहार में भाजपा के नेताओं ने तांडव वेब सीरीज के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, लेकिन अगर उनमें साहस है तो वे जवानों की शहादत का मजाक उड़ाने वाले अर्णब गोस्वामी पर भी मामला दर्ज कराएं।
कांग्रेस अर्णब की गिरफ्तारी के लिए करेगी आंदोलन
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष व राज्य के राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात ने अर्णब गोस्वामी को वाट्सएप चैट मामले में गिरफ्तार करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर गोस्वामी को गिरफ्तार नहीं किया गया तो कांग्रेस राज्य में आंदोलन करेगी। थोरात ने कहा कि अर्णब को जेल में डालने के लिए कांग्रेस सड़क पर संघर्ष करेगी।
इसके लिए आज यानी 22 जनवरी को राज्यभर में धरान प्रदर्शन किया जाएगा। थोरात ने कहा है कि केंद्र सरकार में आखिर कौन व्यक्ति है जिसने अर्णब को गोपनीय जानकारी दी। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर यह जानकारी कितने लोगों को दी गयी। उन्होंने सवाल उठाया कि पुलवामा हमले के बाल बालाकोट स्ट्राइक से तीन दिन पहले 23 फरवरी 2019 को इसकी जानकारी अर्णब को कैसे मिली? उनको यह जानकारी किसने दी और कितने लोगों को इस तरह की जानकारी दी गयी, ऐसे सवालों का जवाब मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होना जरूरी है।
बालासाहेब थोरात ने कहा कि इस वाट्सएप चैट से लगता है कि अर्णब के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री व सरकार के अन्य मंत्रियों से करीबी संबंध हैं। यह भी पता चला है कि कई मंत्रियों व वरीय अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रख कर उनकी मदद की है।
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप ने वरली और जांबोरी मैदान में लोगों से भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने की अपील की है।