हाथरस पर पांच दिनों बाद महिला मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने तोड़ी चुप्पी, राहुल पर हमला, योगी का बचाव
जनज्वार। हाथरस गैंगरेप मामले में चुप्पी को लेकर तीखी आलोचनाओं का सामना कर रही हैं केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को चुप्पी तोड़ी। उन्होंने हाथरस मामले पर राहुल गांधी व कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए नहीं बल्कि खुद की राजनीति के लिए हाथरस जा रहे थे। स्मृति ईरानी ने कहा कि जनता यह बात जानती है।
People are aware Congress' tactics of that is why they ensured a historic win for BJP in 2019 polls. People understand that their visit to Hathras is for their politics & not for justice to the victim: Union Minister Smriti Irani on Rahul Gandhi's scheduled visit to UP's Hathras pic.twitter.com/bZIyXGwuyt
— ANI (@ANI) October 3, 2020
स्मृति ईरानी ने कहा कि वे अपनी संवैधानिक मर्यादा के तहत राज्य के मामलों में दखल नहीं देती हैं। उन्होंने कहा कि हाथरस कांड को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है। उन्होंने इस मामले में एसआइटी गठित की है और उसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।
जनता ये समझती है कि उनकी(राहुल गांधी) हाथरस की तरफ कूच राजनीति के लिए है, इंसाफ के लिए नहीं: राहुल गांधी के आज हाथरस जाने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी #HathrasCase pic.twitter.com/gnyAMPjT9R
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 3, 2020
स्मृति ईरानी ने कहा कि जिन लोगों ने पीड़िता को न्याय नहीं मिल पाए इसकी साजिश रची थी उनके खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त कार्रवाई करेंगे। स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत को भी काॅल करना चाहिए।
स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी राजनीति के लिए हमेशा कोशिश करते रहे लेकिन सफल नरेंद्र मोदी होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हथकंडों को जनता भली-भांति समझती है। कोई भी नेता किसी भी विषय पर राजनीति करना चाहता है तो मैं उसे रोक नहीं सकती, लेकिन जनता समझती है।
संयुक्त राष्ट्र के संबोधन पर क्या बोलीं?
स्मृति ईरानी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में महिला विषय पर अपने संबोधन को लेकर कांग्रेस की आलोचना का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ में मेरा संबोधन मंत्री नहीं भारतीय के रूप में था। कांग्रेस ने कहा कि मुझे वहां अपने देश के खिलाफ बोलना चाहिए, लेकिन मेरी कल्पना में यह राष्ट्रद्रोह से कम नहीं है। स्मृति ने कहा कि जब से वे अमेठी गईं तब से यह जानती हैं कि जीवन भर अब उनके निशाने पर रहेंगी।