युवा वैज्ञानिक ब्रजगौरव शर्मा की संदिग्ध मौत, परिवार का दावा कैंसर के लास्ट स्टेज की दवा पर रिसर्च के बाद कल करने वाले थे बड़ा खुलासा
मध्य प्रदेश के इंदौर में कैंसर की दवाई पर शोध कर रहे युवा वैज्ञानिक ब्रजगौरव शर्मा की मौत हो गयी है। जानकारी के मुताबिक ब्रजगौरव इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र में स्थित होटल में पिछले दो दिनों से रुके हुए थे, जहां उनकी संदिग्ध अवस्था में मौत हो गयी। मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक युवा वैज्ञानिक की अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हालांकि अभी तक ब्रजगौरव की मौत की वजह अस्पताल के डॉक्टर भी नहीं बता पाये हैं और न ही कोई अंदाजा ही लगा पाये हैं।
वहीं मरने वाले युवा वैज्ञानिक ब्रजगौरव के भाई ने उनकी संदिग्ध मौत पर सवाल उठाते हुए इशारा किया है कि यह मर्डर हो सकता है। जानकारी के मुताबिक युवा वैज्ञानिक ब्रजगौरव शर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मथुरा के रहने वाले थे। इंदौर के सांवेर रोड स्थित गुर्जर लैब में ब्रजगौरव कैंसर पर रिसर्च करने के लिए आते रहते थे। ब्रजगौरव की मौत इसलिए भी संदेहास्पद है कि वह सरकारी के बजाय एक प्राइवेट लैब में कैंसर की दवाई पर शोध कर रहे थे, और एक ही दिन बाद कुछ सरप्राइज देने वाले थे।
शुरुआती छानबीन में सामने आया है कि ब्रजगौरव अपने शोध के सिलसिले में ही पिछले दो दिनों से इंदौर के विजय नगर स्थित एक होटल में रुके हुए थे। अचानक तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है। पुलिस का कहना है कि युवा वैज्ञानिक की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सामने आ पायेगा, हमने इस मामले में तफ्तीश शुरू कर दी है।
वहीं मृतक के भाई बीके शर्मा ने मीडिया को बताया कि वैज्ञानिक ब्रजगौरव शर्मा हैदराबाद की एनबीआई लाइफ साइंस कंपनी में जनरल मैनेजर की पोस्ट पर काम कर रहे थे। उन्होंने ही बताया कि कैंसर की दवाइयों पर शोध करने के लिए वे अक्सर इंदौर की प्राइवेट लैब में आते थे और दो दिन पहले भी वह दवाई के शोध के सिलसिले में इंदौर पहुंचे थे।
बकौल बीके शर्मा उन्हें लैब के मालिक वीरेंद्र मंडलोई ने आज 13 नवंबर को दिन के साढे़ ग्यारह बजे जानकारी दी कि ब्रजगौरव शर्मा की तबियत बहुत नाजुक है इसलिए परिवार को वहां पहुंचना होगा। परिजनों को इंदौर पहुंचने पर जानकारी मिली कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी।
परिजनों का कहना है कि कैंसर पर रिसर्च करने के कारण ब्रजगौरव शर्मा का नाम अमेरिका की जनरल्स बुक्स में प्रकाशित हो चुका था। इतना ही नहीं वह बहुत जल्द यानी मौत से एक दिन बाद ही कैंसर की दवाई को लेकर सरप्राइज देने वाले थे, जिसकी जानकारी उन्होंने परिजनों से साझा की थी। यही एक बड़ी वजह है कि ब्रजगौरव शर्मा के भाई को उनकी स्वाभाविक मौत पर संदेह है।
बीके शर्मा कहते भी हैं, एक दिन बाद मेरे भाई का कैंसर की दवाई को लेकर रिसर्च पूरा होने वाला था और ठीक एक दिन पहले उनकी मौत होना संदेहास्पद है। बीके शर्मा ने पुलिस से निवेदन किया है कि उन्हें लैब और होटल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज उपलब्ध करवा दी जाये, ताकि उनके भाई की मौत का सही कारण पता चल सके।
युवा वैज्ञानिक के परिजनों ने मीडिया से हुई बातचीत में कहा कि इंदौर के अशोका होटल में मेडिकल से संबंधित एक बड़ी कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा था, जिसके लिए ब्रजगौरव शर्मा सहित देशभर के साइंटिस्ट आए हुए थे और इसी दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों ने मौत पर कई तरह के सवाल उठाए हैं, और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। वहीं पुलिस ने संभावना व्यक्त की है कि फूड प्वाइजनिंग के चलते ब्रजगौरव की मौत हो सकती है।