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ताजमहल या तेजोमहालय : नगर निगम में आज पेश होगा प्रस्ताव, लेकिन - 2017 के बाद बजते गालों से इसकी छवि सबसे अधिक धूमिल हुई

Janjwar Desk
31 Aug 2022 5:47 AM GMT
ताजमहल या तेजोमहालय : नगर निगम में आज पेश होगा प्रस्ताव, लेकिन - 2017 के बाद बजते गालों से इसकी छवि सबसे अधिक धूमिल हुई
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ताजमहल या तेजोमहालय : नगर निगम में आज पेश होगा प्रस्ताव, लेकिन - 2017 के बाद बजते गालों से इसकी छवि सबसे अधिक धूमिल हुई

Taj Mahal : प्रेम की इबारत पर बनी इस धरोहर ने खुद कभी नहीं सोचा होगा कि एक दिन ओछी राजनीतिक आकांक्षाओं महत्वकांक्षाओं का शिकार होगा, नेताओं के बजते गालों और 22 कमरे खुलवाने जैसे अपराधों का दंश झेलते ताजमहल का नाम बदलने के लिए आज आगरा नगर निगम में प्रस्ताव पेश किया जाएगा...

Taj Mahal : उत्तर प्रदेश की मशहूर ताजनगरी आगरा। प्रेम की इबारत पर बनी इस धरोहर ने खुद कभी नहीं सोचा होगा कि एक दिन ओछी राजनीतिक आकांक्षाओं महत्वकांक्षाओं का शिकार होगा। नेताओं के बजते गालों और 22 कमरे खुलवाने जैसे अपराधों का दंश झेलते ताजमहल का नाम बदलने के लिए आज आगरा नगर निगम में प्रस्ताव पेश किया जाएगा। बशर्ते आपको यह भी बता दें कि साल 2017 के बाद उत्तर प्रदेश में अधिकतर अलग अलग समुदायों पार्टियों के नेताओ तथा कट्टर हिंदू की अलख ने ताजमहल की प्रतिष्ठा को बट्टा लगाने में मदद की है।

प्रेम के अद्वितीय प्रतीक ताज महल के इतिहास और संस्कृति को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच यूपी के नए सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार 26 अक्टूबर 2017 को आगरा पहुंचे। ताज महल परिसर पहुंचकर सीएम योगी ने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर झाड़ू लगाई। योगी का यह आगरा दौरा सियासी डैमेज कंट्रोल माना जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ के इस दौरे को ताज महल विवाद को ठंडा करने की पहल के रूप में भी देखा गया। फिर इसपर विवाद कैसे बढ़ गया, चलिए समझते हैं।

टूरिज्म बुकलेट गायब हुआ नाम

प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद सबसे पहले ताज महल पर विवाद तब शुरू हुआ जब यूपी टूरिज्म की जारी बुकलेट में राज्य में विकास परियोजनाओं की लिस्ट से ताज महल का नाम हटा दिया गया। इस मामले में विपक्ष से लेकर पर्यटकों द्वारा सरकार की बड़ी आलोचना हुई।

बुकलेट पर संगीत सोम की सफाई

बीजेपी विधायक संगीत सोम ने इस मामले में सरकार की तरफ से सफाई देते हुए रायता फैला दिया। संगीत सोम ने कहा, 'कई लोगों को दुख हुआ कि आगरा का ताजमहल ऐतिहासिक धरोहरों की लिस्ट से हटा दिया गया। किस इतिहास की बात कर रहे हैं हम? जिस इंसान ने ताजमहल बनवाया था, उसने अपने पिता को कैद कर लिया था। वह हिंदुओं को खत्म करना चाहता था, अगर यही इतिहास है, तो यह बहुत दुःखद है, और हम इतिहास बदल डालेंगे। मैं आपको इसकी गारंटी देता हूं।

भूचाल बन गया सोम का बयान

संगीत सोम का बयान किसी भूचाल की तरह था जिसके बाद सिलसिलेवार बयान आते गए। सोम के बयान के तुरंत बाद एआईएमआईएम के मुखिया असद्दुदीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, 'लाल किला भी गद्दारों ने बनवाया है तो क्या पीएम वहां से तिरंगा फहराना बंद करेंगे?

लोगों को बांटने में यकीन नहीं- ममता

ओवैसी के बयान के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कुछ इसी तरह बयान देकर यूपी सरकार के खिलाफ प्रहार किया। ममता ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, 'जितना कम हम बीजेपी नेताओं के बारे में बोलें, उतना ही अच्छा है। हम लोगों को बांटने में यकीन नहीं करते।' ममता ने आगे कहा कि हमारे राज्य में विक्टोरिया मेमोरियल है। हमें इस पर गर्व है। यहां तक कि संसद भी ब्रिटिश काल में ही बनी है। मंत्रियों के ऑफिस नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक भी अंग्रेजों ने ही बनवाए हैं।

सुब्रमण्यम स्वामी भी कूदे

इसके बाद बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस विवाद को और आगे ले जाते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'राष्ट्रपति भवन और हैदराबाद हाउस आदि को कब्जे में लेना बर्बर इस्लामिक और ईसाई ताकतों पर हिंदुओं की जीत की निशानी है

ताज महल तुड़वाने में मदद देंगे- आजम खान

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा था, 'यह अच्छी पहल है कि बुकलेट से ताजमहल गायब है। कुतुब मीनार, लाल किला, संसद भवन ये सब गुलामी की निशानियां हैं। अगर यूपी सरकार ताज महल को तुड़वाने की पहल करती है, तो वह इसको अपना समर्थन देंगे।'

शिवलिंग हटाकर मजार बनाई गई- विनय कटियार

इसी बीच बीजेपी के एक और नेता विनय कटियार ने ताज महल की जगह हिंदू मंदिर बताकर विवाद को और बढ़ावा दे दिया। विनय कटियार ने कहा, 'ताज महल में बरसात के समय में पानी टपकता है। दरअसल वह हिंदू मंदिर था। जिस जगह पानी टपकता है, वहां शिवलिंग थी ताकि पानी सीधा उस पर गिरे। शिवलिंग को हटाकर वहां पर मजार बनाई गई थी।'

विवाद पर योगी आदित्यनाथ का बयान

बढ़ते विवाद को देखते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले को खत्म करने का प्रयास करते हुए कहा, 'यह मायने नहीं रखता कि ताज महल को किसने और क्यों बनवाया। भारत के मजदूरों के खून और पसीने से बना है। हमारे लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है। खासतौर पर पर्यटन के जरिए यह हमारी प्राथमिकता में है और पर्यटकों को सुविधाएं एवं सुरक्षा मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है।'

खूबसूरत कब्रिस्तान- अनिल विज

हालांकि अभी भी ताजमहल को लेकर चल रही राजनीतिक बयानबाजी का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रही। कुछ दिन पहले ही हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने शुक्रवार को दुनियाभर में मोहब्बत की निशानी कहे जाने वाले ताजमहल को 'खूबसूरत कब्रिस्तान' करार दिया। उन्होंने कहा कि इसी वजह से लोग ताजमहल को अशुभ मानते हैं और इसका मॉडल अपने घर में नहीं रखते हैं।

22 कमरे खुलवाने का लफड़ा

इसी साल के मई महीने में ताजमहल को लेकर नया मोड़ सामने आया। भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या मीडिया प्रभारी की ओर से एक याचिका दर्ज कराई गई। इस याचिका में ताजमहल की असलियत को सामने लाने की बात कही जा रही है। डॉ. रजनीश सिंह ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ बेंच में याचिका दायर कर ताजमहल के बंद 22 कमरों को खोलने की बात कही थी। इन कमरों के भीतर किसी को जाने की इजाजत नहीं है। इसलिए, इन कमरों के भीतर हिंदू देवताओं और शास्त्रों की मूर्तियां होने की आशंका जताई गई थी। इसी तरह की आशंका से ग्रस्त डॉ. रजनीश सिंह ने कहा था कि हमने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एएसआई को तथ्यों का पता लगाने के लिए इन कमरों को खोलने और सभी विवादों को खत्म करने का अनुरोध किया है।

आज बुधवार क्या?

चार साल में 80 से ज्यादा सड़कों और चौराहों के नाम बदलने वाले आगरा नगर निगम में बुधवार 31 अगस्त को ताजमहल का नाम बदलकर तेजो महालय करने का प्रस्ताव लाया जाएगा। ताजगंज के भाजपा पार्षद शोभाराम राठौर आज दोपहर तीन बजे से होने वाले नगर निगम सदन के अधिवेशन में यह प्रस्ताव पेश करेंगे। पार्षद राठौर का कहना है कि उन्होंने प्रस्ताव संख्या 4(7) में इसके संबंध में कई तथ्य रखे हैं, जिनके आधार पर नाम बदलने का प्रस्ताव सदन के सामने रखा जाएगा।

पार्षद शोभाराम राठौर के मुताबिक मुगल रोड, घटिया आजम खां समेत कई सड़कों, चौराहों के नाम बदले गए हैं। इसलिए अब वक्त आ गया है कि ताजमहल का नाम भी बदलकर तेजो महालय किया जाए। वह ऐतिहासिक तथ्यों को सदन में रखेंगे और नाम बदलने पर समर्थन मांगेंगे। बता दें कि हिंदूवादी संगठन लगातार ताजमहल को तेजो महालय बताते आ रहे हैं। इसे लेकर कई बार विवाद भी खड़ा हो चुका है।

अब तक ये बदल चुके हैं नाम

घटिया आजम खां का नाम अशोक सिंघल मार्ग

मुगल रोड, कमला नगर का नाम महाराजा अग्रसेन मार्ग

लोहामंडी के नौबस्ता चौराहे का नाम गुरु नानक देव चौक

मंटोला, कंगालपाड़ा का नाम वीरांगना झलकारी बाई के नाम पर

धूलियागंज चौराहे का नाम विनायक वीर सावरकर के नाम पर

चौपट हो रहा व्यापार

ताजमहल विवाद को लेकर सरकार, पार्टियां, नेता अपनी अपनी चारित्रिक रोटियां सेंक जरूर रहे लेकिन दूसरी तरफ ताजमहल का नाम खराब हो रहा है। जिसके चलते यहां पर्यटक कुछ कम होने लगे हैं। जब पर्यटन नहीं होगा तो स्थानीय लोगों की कमाई पर असर पड़ेगा। उनपर असर पड़ेगा तो सरकार पर पड़ेगा। सरकार पर पड़ेगा तो सरकार जनता पर चाबूक चलाएगी। इसलिए सरकार को मही इस तरफ ध्यान देना चाहिए, क्योंकि जनता व्हाट्सएप्प में बिजी है।

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