पुलवामा में शहीद आगरा के लाल के परिवार को अब तक नहीं मिली मदद की रकम, PM-CM से गुहार लगाकर दी आत्मदाह की चेतावनी
पुलवामा हमले में कुल 40 जवान शहीद हुए थे. जिनमें से आगरा के कौशल किशोर भी थे. File photo - janjwar
जनज्वार, लखनऊ। 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा हमले में भारतीय सेना के 40 से ज्यादा जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी। जवानों की शहादत के बाद केंद्र व राज्य सरकारों ने न केवल इन्हें श्रद्धांजलि दी बल्कि परिवार को हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया था। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश के आगरा में एक परिवार ऐसा भी है, जिसे अब तक शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई धनराशि नहीं मिल पाई है।
आर्थिक मदद न मिल पाने की वजह से शहीद कौशल किशोर रावत के परिवार को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद उनकी पत्नी ने केंद्र की मोदी व यूपी की योगी सरकार से आर्थिक मदद दिलाए जाने की गुहार लगाई है। यही नहीं उन्होंने यहां तक कहा है कि अगर उनकी सुनवाई नहीं की जाती है तो वह आत्महत्या कर लेंगी। शहीद की पत्नी का ये वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
माँ भारती की रक्षा हेतु सर्वोच्च बलिदान देने वाले महावीर, कारगिल युद्ध में अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन कर देश को गौरवान्वित करने वाले परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 25, 2021
हम सभी आपके देशप्रेम, साहस व बलिदान को नमन करते हैं।
जय हिंद
शहीद कौशल किशोर रावत पुलवामा हमले का शिकार हुए थे। उनकी शहादत के बाद उनके परिवार को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अभी बच्चों की शिक्षा भी पूरी नहीं हुई है। ऐसे में शहीद की पत्नी ममता रावत ने खुद सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए अपने गमों को साझा किया और सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
इस वीडियो में आगरा के कहरई गांव निवासी ममता रावत ने बताया कि उन्हें अब तक शिक्षा विभाग द्वारा जारी की गई धनराशि नहीं मिली है। यह रकम अब तक मुख्यमंत्री राहत कोष में पड़ी हुई है। उन्होंने मांग की है कि उन्हें 65 लाख 57 हजार की धनराशि भुगतान किया जाए।
उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह निवेदन करती हूं कि मुझे आर्थिक सहायता प्राप्त कराई जाए, ताकि मैं मेरी बच्चों की पढ़ाई पूरी करा सकूं। इसके लिए उन्होंने बताया कि वो इस धनराशि के लिए डीएम ऑफिस के कई बार चक्कर भी काट चुकी हैं, जहां से उन्हें ड्राफ्ट निकालकर दे दिया गया है।
शहीद की पत्नी ने सरकार के लिए अंतिम चेतावनी भी जारी की है। उन्होने कहा कि अगर उनके मामले में जल्द सुनवाई नहीं हुई तो वो आत्महत्या कर लेंगी।