The Kashmir Files : कश्मीरी पंडितों के उत्पीड़न पर राजीव गांधी ने किया था संसद घेराव- चुप्पी साधे बैठी थी BJP, पप्पू यादव ने बोला हमला
पप्पू यादव : कश्मीरी पंडितों के उत्पीड़न पर राजीव गांधी ने किया था संसद घेराव- चुप्पी साधे बैठी थी BJP
The Kashmir Files : फिल्म द कश्मीर फाइल्स 11 मार्च को रिलीज होने के बाद से चर्चाओं में बनी हुई है। यह फिल्म कश्मीरी पंडियों (Kashmiri Pandits) के कश्मीर से हुए पलायन पर आधारित है। विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) निर्देशित यह फिल्म जहां बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कलेक्शन कर रही है, वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर इसको लेकर खूब घमासान मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिल्म के बहाने जहां विरोधियों को निशाना बना रहे हैं। वहीं दूसरी ओर भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश, गुजरात, हरियाणा और कर्नाटक में यह टैक्स फ्री कर दी गई है। वहीं जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने इसको लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
पप्पू यादव (Jan Adhikar Party Chief Pappu Yadav) ने अपने ट्वीट में लिखा- प्रधानमंत्री जी सच में देश से कश्मीर की सच्चाई आपलोगों ने छुपाई है। कश्मीरी पंडितों को भगाया तो भाजपा समर्थित सरकार थी और भाजपाई जगमोहन ही जम्मू-कश्मीर के गवर्नर थे। राजीव गांधी जी ने कश्मीरी पंडितों के उत्पीड़न पर संसद घेराव किया था। बीजेपी चुप्पी साधे बैठी थी।
प्रधानमंत्री जी सच में देश से कश्मीर की सच्चाई आपलोगों ने छुपाई है। कश्मीरी पंडितों को भगाया तो भाजपा समर्थित सरकार थी और भाजपाई जगमोहन ही जम्मू-कश्मीर के गवर्नर थे।
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) March 15, 2022
राजीव गांधी जी ने कश्मीरी पंडितों के उत्पीड़न पर संसद घेराव किया था। बीजेपी चुप्पी साधे बैठी थी।
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए आज कश्मीर फाइल का जिक्र किया जिसके बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर किसी ने उस समय हिम्मत के साथ काम करके महात्मा गांधी के जीवन पर फिल्म बनाई होती और दुनिया के सामने रखी होती तो हम मेसेजिंग कर पाते। पहली बार एक विदेशी ने गांधी फिल्म बनाई और उसे जब ऑस्कर मिला तब जाकर दुनिया को यह बात पता चली कि गांधी इतने महान व्यक्ति हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों कश्मीर फाइल्स फिल्म की चर्चा चल रही है और जो लोग हमेशा फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन के झंडे लेकर घूमते हैं, वह पूरी जमात बौखला गई है पिछले पांच छह दिन से। इस फिल्म की तथ्यों और आर्ट के आधार पर विवेचना करने के बजाय इसको डिसक्रेडिट करने के लिए पूरी मुहिम चलाई जा रही है। आपने यह देखा होगा। उसको जो सत्य लगा, उसने उसे दिखाने की कोशिश की। लेकिन उस सत्य को न समझने की तैयारी है, न स्वीकारने की तैयारी है। न ही दुनिया इसको देखे, यह उनको मंजूर है। जिस प्रकाश षडयंत्र पिछले पांच-छह दिन से चल रहा है.. मेरा विषय यह फिल्म नहीं है, मेरा विषय है कि जो सत्य है उसे देश के सामने लाना देश की भलाई के लिए होता है। उसके कई पहलू हो सकते हैं। किसी को एक चीज नजर आ सकती है, किसी को दूसरी।