ट्वीटर पर एक बार फिर CM योगी हो रहे ट्रोल, युवाओं को धमकी पर लोग बोले ऐसी भाषा बोलते हैं गुंडे और लफंगे
यूपी सीएम योगी ने युवाओं को चेतावनी देते हुए धमकी भी दी है.
जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछली बार एएनआई के पत्रकार को 'चूतिया' कहने पर खूब ट्रोल हुए थे। इस बार भी उनका एक ट्वीट खासा विवादित हो रहा है जिसमें उन्होने प्रदेश के युवाओं को किसी के बहकावे में न आने की अपील की है। अपील के साथ-साथ सीएम योगी ने युवाओं को एक चेतावनी भी दी है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'प्रदेश के युवाओं से मेरी अपील है कि वह किसी के बहकावे में न आयें। आज कोई गलत नहीं कर सकता है। जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, वह गलत कार्य करे।'
प्रदेश के युवाओं से मेरी अपील है कि वह किसी के बहकावे में न आएं।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 21, 2021
आज कोई गलत नहीं कर सकता है। जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, वह गलत कार्य करे।
सीएम योगी के इसी ट्वीट पर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं। कोई उन्हें इस तरह की भाषा इस्तेमाल करने पर खरी खोटी सुना रहा है, तो कुछ यूजर उनसे लोकतंत्र पर सवाल करते नजर आ रहे हैं। उनके इससे ट्वीट पर धीरज मिश्रा नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि लोकतंत्र कहां है? युवा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्रीनिवास ने उनके इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि, 'यह एक मुख्यमंत्री की भाषा है या किसी सड़क छाप लफंगे की?'
ये एक मुख्यमंत्री की भाषा है
— Srinivas B V (@srinivasiyc) July 21, 2021
या किसी सड़कछाप लफंगे की? pic.twitter.com/UTygGbNKAh
पत्रकार रोहिणी सिंह लिखती है कि ये खुदीराम बोस का देश है जो 18 वर्ष की उम्र में हंसते हंसते फाँसी पर चढ़ गए, ये भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे युवा क्रांतिकारियों का देश है जो अन्याय के आगे झुके नहीं और अपना प्राण त्याग दिए, भारत की आत्मा में शांति है, पर कण कण में क्रांति है। धमकी देने वाले बहुत आए और गए।
ये खुदीराम बोस का देश है जो 18 वर्ष की उम्र में हंसते हंसते फाँसी पर चढ़ गए,
— Rohini Singh (@rohini_sgh) July 21, 2021
ये भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु जैसे युवा क्रांतिकारियों का देश है जो अन्याय के आगे झुके नहीं और अपना प्राण त्याग दिए,
भारत की आत्मा में शांति है, पर कण कण में क्रांति है।
धमकी देने वाले बहुत आए और गए। https://t.co/8MA8mYEL2q
पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने उनके इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे छात्रों को पीट रही पुलिस का एक वीडियो भी शेयर किया। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि ये है आपका असली चेहरा। बुरी तरह पीटे जाने के बाद इस छात्र के चेहरे की मायूसी और दर्द हर गरीब परिवार का बेटा महसूस कर सकता है। अब क्या पुलिस निर्धारित करेगी युवाओं का भविष्य? मुख्यमंत्री जी, उँगलियों पर गिनिए अपने बचे हुए दिन।
तानाशाह का आखिरी दाव - धमकी
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 21, 2021
जो युवा चुनाव से पहले 'प्रदेश की तकदीर' लिखने वाले होते हैं, वो सत्ता में आते ही दुश्मन लगने लगे।
आखिरी 4 महीने हैं, अभी तो असली चेहरा सामने आना बाकी है। https://t.co/u9eEt0HyQd
एनडीटीवी के पत्रकार उमाशंकर सिंह लिखते हैं कि और यूपी में जो युवा 'गलत' करने से पहले अपनी प्रॉपर्टी न बनाए हो? हंसराज मीणा नाम के ट्विटर यूजर लिखते हैं कि उत्तर प्रदेश के युवा का सरकार से रोजगार मांगना अपना अधिकार है। क्या यह गलत है? अपराध है? प्रॉपर्टी जब्त कराएंगे? @Jalebi_Bai_ ट्विटर अकाउंट से कमेंट आया कि संसद का आसूं याद है कि नही बिलख बिलख कर रोए थे। समय बलवान होता है और प्रकृति का नियम है समय बदलता जरूर हो इंतजार करिए फिर रोयेंगे आप।