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UP : 62 साल की उम्र तक दारोगा ने कर डाली नौकरी, कागज पलटते ही महकमें के उड़े होश, SP ने बिठाई जांच

Janjwar Desk
7 Sep 2021 2:18 AM GMT
UP : 62 साल की उम्र तक दारोगा ने कर डाली नौकरी, कागज पलटते ही महकमें के उड़े होश, SP ने बिठाई जांच
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(बाराबंकी में 62 साल तक नौकरी करता रहा दारोगा)
भनक लगी तो पुलिस अफसरों में अफरातफरी मच गई। रविवार को आनन-फानन में जीडी पर तस्करा दर्ज करके दारोगा को घर भेज दिया गया। बाराबंकी एसपी यमुना प्रसाद ने सीओ को मामले की जांच सौंपी है...

जनज्वार, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के पुलिस (UP Police) विभाग में अलबेले खेल चला करते हैं। कभी मुर्दों पर एफआईआर कर देते हैं, तो कभी वसूली को लेकर आपस में मारपीट कर लेते हैं। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है। सूबे के बाराबंकी में एक दारोगा ने करीब 62 वर्ष की उम्र तक नौकरी कर डाली और किसी को भनक तक नहीं लगी।

गौरतलब है कि, पुलिस महकमे में 60 वर्ष की उम्र में रिटायरमेंट (Retirement) होता है। शनिवार शाम इसकी भनक लगी तो पुलिस अफसरों में अफरातफरी मच गई। रविवार को आनन-फानन में जीडी पर तस्करा दर्ज करके दारोगा को घर भेज दिया गया। बाराबंकी एसपी यमुना प्रसाद ने सीओ को मामले की जांच सौंपी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

दारोगा ने साधी चुप्पी

लखीमपुर (Lakhimpur) खीरी के रहने वाले जगतपाल वर्मा महकमे में आरक्षी पद पर भर्ती होकर साल 2013 में पहली प्रोन्नति पाकर दीवान बने। इसके बाद 2016 में दूसरी प्रोन्नति पर वह उपनिरीक्षक बन गए। इन दिनों वह बाराबंकी पुलिस लाइन में तैनात थे। शनिवार को पुलिस ऑफिस में बड़े बाबू ने जगतपाल की चरित्र पंजिका व सेवा संबंधी कागजात देखे तो दंग रह गए। पता चला कि जगतपाल वर्मा की सेवानिवृत्ति तो 31 अक्तूबर 2019 को होनी थी, मगर वह लगातार ड्यूटी कर रहे हैं।

विभाग के उड़े होश

एसपी (SP) यमुना प्रसाद को जानकारी दी गई। जांच में पता चला कि, जगतपाल की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के शैक्षिक प्रमाणपत्रों में जन्मतिथि वर्ष 1959 दर्ज है मगर भर्ती के वक्त चरित्र पंजिका पर गलती से जन्मतिथि 1962 लिख दी गई थी। इसलिए महकमे ने जगतपाल को सेवानिवृत्त नहीं किया। और जगतपाल भी नौकरी करते रहे।

रविवार 5 सितंबर सुबह जगतपाल से लिखवाया गया कि मैंने भूलवश दो साल अतिरिक्त नौकरी कर ली है, जबकि मेरा रिटायरमेंट 31 अक्तूबर 2019 में होना था। इसके बाद जीडी पर तस्करा डालकर जगतपाल को घर भेज दिया गया।

सौंपी गई जांच

पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने इस मामले में बताया कि, उपनिरीक्षक जगतपाल वर्मा द्वारा सेवानिवृत्ति की समयसीमा से 22 माह अधिक ड्यूटी करने का मामला संज्ञान में है। इसकी जांच सीओ लाइंस/ऑफिस पंकज कुमार को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट से पता चलेगा कि किस स्तर पर और किसी तरह से लापरवाही हुई। मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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