#TimesNowMurdabaad : मोदी की गुडलिस्ट में शामिल टाइम्स नाऊ ने किसानों को कहा ब्लैकमेलर तो लोगों ने ट्वीटर पर खड़ी की खाट...
किसानों को ब्लैकमेलर कहने पर टाइम्स नाऊ ट्रोल (image/timesnow)
#TimesNowMurdabaad: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुडलिस्ट में शामिल टीवी न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ और उसके एंकर ट्वीटर पर हाथों हाथ लिए जा रहे। हाथों हाथ अच्छाई के लिए नहीं बल्कि किसानों को ब्लैकमेलर बोले जाने को लेकर। टाइम्स नाऊ के अपने शो न्यूजआवर में किसानों को ब्लैकमेलर कहे जाने के बाद लोगों ने ट्वीटर पर चैनल की थाट खड़ी और बिस्तरा गोल कर रखा है।
#KisanStirToEnd | 13 months, 6 demands, 1 'letter' … Protesters claim govt 'truce'
— TIMES NOW (@TimesNow) December 7, 2021
Govt bowing to 'blackmail'?@thenewshour AGENDA with @PadmajaJoshi.#TheNewshourAgenda pic.twitter.com/hRh6vajwj6
चैनल के शो द न्यूजआवर की होस्ट पदमजा जोशी ने '13 महीने, 6 मांगें, 1 'पत्र'... प्रदर्शनकारियों का दावा सरकार 'समझौता' 'ब्लैकमेल' के आगे झुक रही है सरकार?' नाम का स्लोगन बनाकर शो प्रसारित किया। 7 दिसंबर 2021 का यह शो है, जो चैनल पर ऑन एयर हुआ। @thenewshour एजेंडा के साथ @PadmajaJoshi के कार्यक्रम पर लोग जमकर गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं।
Such word for the farmers is intolerable , TimesNow should apologise else the farm leaders should get an FIR registered for defaming farmers #TimesNowMurdabaad pic.twitter.com/el20U8uYJr
— Labh Singh Ahluwalia (@labhsingh_) December 7, 2021
पत्रकार रहे लभ सिंह अहलूवालिया ने ट्वीट कर लिखा है कि, 'किसानों के लिए ऐसा शब्द असहनीय है, टाइम्स नाऊ को माफी मांगनी चाहिए नहीं तो किसान नेताओं को किसानों को बदनाम करने के लिए प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।'
Another puppet of BJP @TimesNow trying to compete with old chamcha @ZeeNews in spreading false & fake propaganda against Farmers.
— Tikri Updates (@TikriUpdates) December 7, 2021
Have a little shame @TimesNow. The saying "जिसका नमक खाया, उसी से ग़द्दारी" totally fits you.
Shameless and spineless BJP bots.#TimesNowMurdabaad pic.twitter.com/dmRsDFBJN3
टिकरी अपडेट्स नामक हैंडल से लिखा गया कि, 'बीजेपी की एक और कठपुतली @TimesNow पुराने चमचा से मुकाबला करने की कोशिश @जी न्यूज किसानों के खिलाफ झूठा और झूठा प्रचार करने में। थोड़ी शर्म करो @TimesNow यह कहावत आप पर बिलकुल फिट बैठती है। बेशर्म और बिना रीढ़ की हड्डी वाले भाजपाई।'
The channel which can't respect farmer brothers,
— Gurjant_Singh_official (@imgurjantvirk) December 7, 2021
in my view it is only a broker channel. Boycott such a bad channel,
I hope you will also boycott such broker channel.#TimesNowMurdabaad pic.twitter.com/UcY3tBKlPE
गुरजंत सिंह ऑफीसियल नामक हैंडल से लिखा गया कि, 'जो चैनल किसान भाइयों का सम्मान नहीं कर सकता, मेरे विचार से यह केवल एक दलाल चैनल है। ऐसे घटिया चैनल का बहिष्कार करो, मुझे उम्मीद है कि आप भी ऐसे ब्रोकर चैनल का बहिष्कार करेंगे।'
Shame on Times Now for calling a demon, peaceful movement of the people of India blackmail. They are a blot and shame on India Media.#TimesNowMurdabaad https://t.co/uG28R32i5n
— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) December 8, 2021
शाहिद सिद्दकी नामक यूजर ने लिखा है, 'टाइम्स नाउ को भारत के लोगों के एक राक्षस, शांतिपूर्ण आंदोलन को ब्लैकमेल करने के लिए शर्म आती है। वे इंडिया मीडिया पर कलंक और शर्म की बात हैं।' #TimesNowMurdabad