भ्रष्टाचार से तंग उत्तराखंड के व्यापारी चलाएंगे अनोखा अभियान, लालटेन लेकर खोजेंगे ईमानदार अधिकारी
(लालटेन यात्रा के दौरान आंदोलनकारियों द्वारा ऐसे अधिकारियों को भी ढूंढा जाएगा जो घूस नहीं लेते)
सलीम मलिक की रिपोर्ट
हल्द्वानी। अच्छा रोजगार-विकास-भ्रष्टाचार मुक्त शासन जैसे सुन्दर परिकल्पनाओं को लेकर उत्तर-प्रदेश से अलग होकर बना उत्तराखण्ड (Uttarakhand) बेशक अब 'बालिग' हो चुका हो, लेकिन इसके निर्माण को लेकर जो परिकल्पनाएं की गयी थीं वह अभी भी कल्पनाएं ही हैं। राज्य में रोजगार-विकास-भ्रष्टाचार की स्थिति यह है कि प्रदेश बेरोजगारी (Unemployement) के मामले में देश के सभी राज्यों में प्रथम राज्य का गौरव प्राप्त कर चुका है। विकास ठेकेदारों और नेताओं के अलावा किसी और हुआ, इस पर शोध की आवश्यकता है। भ्रष्टाचार (Corruption) राज्य की संस्कृति का ऐसा अभिन्न अंग बन चुका है कि "ईमानदार अधिकारियों" की तलाश के लिए यहां दिन के उजाले में लालटेन लेकर निकलने को मजबूर होना पड़ रहा है।
उत्तराखण्ड के एक व्यापारिक संगठन 'देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल' (Devbhoomi Udyog Vyapar Mandal) व राज्य आंदोलनकारी अगले सप्ताह से दिन में लालटेन यात्रा (Laltain Yatra) निकालकर उन कार्यालयों की खोज करने का ऐलान किया है, जहां भ्रष्टाचार नहीं होता है। यदि ऐसे कार्यालय मिले तो ऐसे 'पवित्र कार्यालय' पर पूजा-पाठ किया जाएगा।
इस यात्रा के दौरान आंदोलनकारियों द्वारा ऐसे अधिकारियों को भी ढूंढा जाएगा जो घूस नहीं लेते। ऐसे अधिकारियों का भी सार्वजनिक सम्मान किया जाएगा।
प्रदेश के चप्पे-चप्पे पर व्याप्त भ्रष्टाचार के इस जिन्न से परेशान देवभूमि उद्योग व्यापार के संस्थापक अध्यक्ष व राज्य आंदोलनकारी समाज संगठन के संयोजक हुकुम सिंह कुंवर ने बताया कि आज पूरा प्रदेश भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। प्रदेश का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां किसी न किसी रूप में भ्रष्टाचार मौजूद न हो। इसलिए अब हम ईमानदार कार्यालयों व अधिकारियों की ढूंढ खोज शुरू कर रहे हैं। इसके लिए आंदोलनकारी कार्यकर्ता दिन के उजाले में लालटेन लेकर ईमानदार अधिकारियों व कार्यालयों की खोज में निकलेंगे।
कुंवर ने बताया कि इसके लिए व्यापक तैयारी की जा रही है। आम जनता में जागरूकता लाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। हमारा उद्देश्य उत्तराखंड में भ्रष्टाचार की जड़े जमा कर जो प्रदेश को लूटने की साजिश हो रही है उसके खिलाफ गंभीरता से लड़ाई लड़ना है।
'हम उन अधिकारियों का सामाजिक बहिष्कार करेंगे जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। ऐसे नेताओं को भी सामने लाएंगे जो बेईमान अधिकारियों को संरक्षण देकर खुद भ्रष्टचार में लिप्त हैं। हम उन ईमानदार अधिकारियों का भी सम्मान करेंगे जो अधिकारी अपना काम ईमानदारी से करते हुए उपेक्षित हैं। यह लालटेन यात्रा हल्द्वानी ही नहीं पूरे प्रदेश में चलाई जाएगी।'