Twitter India की बड़ी कार्रवाई, उपराष्ट्रपति के बाद RSS के कई नेताओं के अकाउंट से हटाए ब्लू टिक
(ट्विटर के नियमों के मुताबिक अकाउंट को सक्रिय रखने के लिए हर छह महीने में लॉग इन करना जरूरी है)
जनज्वार डेस्क। ट्विटर इंडिया ने शनिवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू व आरएसएस के कई नेताओं के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है। हालांकि उपराष्ट्रपति का ट्विटर अकाउंट फिर से वेरीफाई कर दिया गया है। ब्लू टिक हटने पर ट्विटर इंडिया का कहना है कि लंबे वक्त से अकाउंट लॉग इन नहीं होने के कारण ऐसा हुआ था।
खबरों के मुताबिक उपराष्ट्रपति समेत आरएसएस से जुड़े कई नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक हटने से सरकार नाराज है और ऐसा कहा जा रहा है कि सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है।
माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के निजी ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया है। मोहन भागवत ने अपना ट्विटर अकाउंट साल 2019 में बनाया था और अभी तक उनके निजी ट्विटर हैंडल से कोई ट्वीट नहीं किया गया है। मोहन भागवत से पहले आरएसएस नेता सुरेश सोनी, सुरेश जोशी और अरुण कुमार के निजी ट्विटर हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया गया।
ट्विटर के नियमों के मुताबिक, अकाउंट को सक्रिय रखने के लिए हर छह महीने में लॉग इन करना जरूरी है और प्रोफाइल को अपडेट करना जरूरी है। वहीं वेंकैया नायडू के ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटाने के बाद ट्विटर की ओर से यही सफाई दी गई थी कि वेंकैया नायडू के ट्विटर हैंडल को पिछले छह महीने में लॉग इन नहीं किया गया था।
ट्विटर भारत सरकार की सोशल मीडिया कई नई गाइडलाइन मानने को तैयार हो गया है। बीते दिनों ट्विटर ने दिल्ली हाई कोर्ट में बताया कि उसने सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 का अनुपालन कर लिया है और 28 मई को ही उसने शिकायत अधिकारी को भी नियुक्त कर दिया है।