Unemployement Rate In India : पिछले पांच वर्षों में देश में बेरोजगारी दर में 30 फीसदी की बढ़ोतरी, नागालैंड में सबसे ज्यादा
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Unemployement Rate In India : देश में बेरोजगारी दर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। असंगठित क्षेत्रों (Unorganised Sector) में बेरोजगार होने वालों में 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की संख्या में वर्ष 2015-16 की तुलना में वर्ष-2019-20 में करीब 30 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है।
श्रम मंत्रालय (Ministry Of Labour And Employement) की ओर से लेबर ब्यूरो और लेबर फोर्स सर्वे के जो आंकड़े बताये गए हैं उसके अनुसार देश में बेरोजगारी की दर में इन पांच वर्षों में वृद्धि दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश हिमाचल प्रदेश, मेघायल, सिक्किम और त्रिपुरा के अलावा कुछ केन्द्र शासित प्रदेशों ऐसे हैं जहां वर्ष-2015-16 की तुलना में बेरोजगारी दर में कमी आई है। हालांकि केरल में बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से दोगुना से भी ज्यादा रिकार्ड की गई है।
देश में सबसे ज्यादा 25.7 फीसदी की बेरोजगारी दर नागालैंड (Nagaland) में दर्ज की गई है जबकि वर्ष-2015-16 में यहां बेरोजगारी दर 5.6 दर्ज की गई थी। लक्षद्वीप में 13.7, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में 12.6, दिल्ली और गोवा में आठ से ज्यादा बेरोजगारी दर है।
उधर बेरोजगारी दर बढ़ने और इस दिशा में सरकार की ओर से क्या कदम उठाये गए इसके जवाब में श्रम मंत्रालय का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) के तहत प्रति दिन की मजदूरी को बढ़ा कर 182 रुपये से 202 रूपये किया गया। इसके अलावा एक अक्तूबर-2020 को आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना (ABRY) की शुरूआत की गई है। इससे 50.81 लाख लोगों को लाभ मिला। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत 33 करोड़ 91 लाख रूपये का लोन दिया गया है। इसके अलावा गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओड़िशा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में करीब लाखों लोगों को राेजगार मिला है।