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UP : बरेली के भोजीपुरा थानेदार ने ग्राम प्रधान से रिश्वत में मांगा सैमसंग का मोबाइल, व्हाट्सएप्प मैसेज से हुई कार्रवाई

Janjwar Desk
7 July 2021 10:10 AM GMT
UP : बरेली के भोजीपुरा थानेदार ने ग्राम प्रधान से रिश्वत में मांगा सैमसंग का मोबाइल, व्हाट्सएप्प मैसेज से हुई कार्रवाई
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इंस्पेक्टर भोजीपुरा अशोक कुमार जिसने ग्राम प्रधान से 50 हजार कीमत का मोबाइल रिश्वत में मांगा था.
आरोप है कि थानेदार द्वारा व्हाट्सएप्प के जरिए मांगे गये सैमसंग कंपनी के मोबाइल की कीमत 50 हजार रुपये थी, कीमत जादा होने के कारण ग्राम प्रधान ने इंस्पेक्टर को मोबाइल देने से इनकार कर दिया...

जनज्वार, लखनऊ। यूपी के बरेली स्थित भोजीपुरा (Bhojipura) थाने के इंस्पेक्टर डिजिटल कांड कर दिया है। उनने ग्राम प्रधान से रिश्वत में मंहगा मोबाइल मांग लिया, जो उन्हे मांगना भारी पड़ गया। प्रधान की शिकायत के बाद जब मामले की जांच की गई तो आरोप सही पाया गया।

एसएसपी ने मोबाइल मागने के आरोपी अशोक कुमार (Ashok Kumar) को लाइन हाजिर कर सस्पेंशन की कार्यवाई शुरू कर दी। इससे पहले भी एसएसपी भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर कई पुलिसकर्मियों को निलंबित कर चुके हैं। अब एएसपी की जांच के बाद इंस्पेक्टर अशोक कुमार पर भ्रष्टाचार की रिपोर्ट दर्ज हो सकती है।

दरअसल भोजीपुरा स्थित गांव रूपपुर निवासी नाजिम अली ने बताया कि उनके घर में गांव की प्रधानी 2005 से चली आ रही है। इस साल भी वह प्रधानी जीत गए। इस बात से गांव के रहने वाले हारे हुए एक प्रत्याशी उससे रंजिश मान रहा है। वह एक बार उन पर जानलेवा हमला कर चुका है और अब जान से मारने की धमकी दे रहा है।

नाजिम ने बताया कि उसे भोजीपुरा पुलिस (Police) का संरक्षण मिला हुआ है। इसके चलते वह गांव में तमंचे लेकर घूमता है और उनके समर्थको के साथ मारपीट करता है। मारपीट के बाद जब नव निर्वाचित ग्राम प्रधान न्याय की गुहार लगाते हुए इंस्पेक्टर से मिलने गया तो इंस्पेक्टर ने उसे व्हाट्सएप पर मैसेज करके एक कीमती मोबाइल की मांग की।

आरोप है कि थानेदार द्वारा व्हाट्सएप्प (Whatsapp) के जरिए मांगे गये सैमसंग कंपनी के मोबाइल की कीमत 50 हजार रुपये थी, कीमत जादा होने के कारण ग्राम प्रधान ने इंस्पेक्टर को मोबाइल देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद इंस्पेक्टर भोजीपुरा अशोक कुमार ने उससे रंजिश मानकर बातचीत भी बंद कर दी।

जिसके बाद ग्राम प्रधान ने आईजी (IG) रमित शर्मा को लिखित शिकायत करके इंस्पेक्टर पर कार्यवाई की मांग की। इसके बाद एएसपी को जांच सौंपी गई। उधर, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि इंस्पेक्टर पर लगे आरोप जांच में सही पाए गए हैं। उन्होंने व्हाट्सएप पर एक प्रधान से मोबाइल मांगा था। कार्रवाई की जा रही है।

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