UP : आजमगढ़ में दलितों पर पुलिसिया कहर, ट्रैक्टर से लगाकर किचन तक JCB से ढ़हाया, 100 से ज्यादा पर FIR तो धरने पर महिलाएं
जनज्वार, आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनाव होने हैं। सूबे की भाजपा (BJP) सरकार मुस्लिम वोट साधने के लिए असदुद्दीन ओवैसी को ले आई है, वो अलग बात है कि ओवैसी अभी पर्दे के पीछे हैं। लेकिन जानकार समझ रहे हैं। की भाजपा ओवैसी की आड़ लेकर क्या खेला चल रही है। इस बीच सूबे में दलितों की हालत पतली है।
प्रदेश के तमाम शहरों से दलित उत्पीड़न की खबरें आती रहती हैं। अभी ताजा घटनाक्रम आजमगढ़ (Ajamgarh) का सामने आया है। यहां रौनापार के पलिया गांव में कुछ दिन पहले दो पक्षों में छेड़खानी को लेकर विवाद हुआ था। विवाद सुलझाने पहुंचे पुलिसकर्मियों को भी ग्रामीणों ने मारपीट कर घायल कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने प्रधान समेत आधा दर्जन लोगों के घरों पर तोड़फोड़ की।
इस मामले में कुल 100 से अधिक लोगों पर एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है, जिसमें 13 से अधिक लोग नामजद हैं। फिलहाल अभी किसी गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। वहीं दूसरी तरफ, शनिवार 3 जुलाई से गांव की महिलाओं ने पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ गांव में ही धरना शुरू कर दिया है। महिलाओं के धरने को जिला कांग्रेस कमेटी ने अपना समर्थन दिया और धरना स्थल पर पहुंच कर धरने पर भी तीन दिनों से बैठे है।
आज़मगढ़, रौनापार के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहाँ कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 5, 2021
यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए। pic.twitter.com/eOUUZuH5yL
इस मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने प्रकरण पर ट्वीट कर मोर्चा खोल दिया है। प्रियंका ने लिखा कि 'आज़मगढ़, रौनापार के पलिया गांव में यूपी पुलिस द्वारा दलित परिवारों पर हमला करने की खबर आ रही है। वहाँ कई मकानों को तोड़ा गया, सैकड़ों पर मुकदमा दर्ज किया। यह सरकारी अमले की दलित विरोधी मानसिकता का परिचायक है। तत्काल दोषियों के ऊपर कार्यवाही हो और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए।'
गांव की महिलाओं ने पुलिस पर तोड़फोड़, लूटपाट व दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। सोमवार को जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम सगड़ी गौरव कुमार भी मौके पर पहुंचे और महिलाओं की बात सुनी। उन्होंने तोड़े गए मकानों को देखा। एसडीएम (SDM) ने कहा कि मौका मुआयना करके वह अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप देंगे।
धरनारत महिलाओं ने पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमे की जांच किसी अन्य से कराये जाने की मांग की। सीओ सगड़ी गोपाल स्वरूप बाजपेई ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि किसी का भी उत्पीड़न नहीं होगा। सोमवार को भी धरने में कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह समेत अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।
ये था पूरा मामला
रौनापार (Raunapar) थाना क्षेत्र मंगरी बाजार में मंगलवार 29 जून की शाम लगभग साढ़े 6-7 बजे मऊ कुतुबपुर के डा. आनंद विश्वास के पुत्र लिट्टन विश्वास और पलिया गांव के कुछ लोगों के बीच किसी लड़की से बात करने को लेकर विवाद हुआ और फिर मारपीट हो गई थी। मामले में रौनापार पुलिस मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने पलिया गांव के प्रधान पति मुन्ना पासवान को बुलाकर ग्रामीणों के सामने दो-तीन थप्पड़ जड़ दिए।
गांव के भीतर अपने प्रधान को पिटते देख ग्रामीणों ने सिपाही विवेक त्रिपाठी और मुखराम यादव को पीट दिया था। सिपाहियों पर हमले की खबर पाकर थानाध्यक्ष रौनापार मयफोर्स गांव पहुंचे और घायल सिपाहियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा। इस विवाद के बाद पुलिस की धरपकड़ शुरू होने से पहले, रात में ही घर से फरार हो गए थे।
रात लगभग नौ बजे कई थानों की पुलिस (POLICE) और आलाधिकारी मौके पर पहुंचे। लोगो का आरोप है कि पुलिस ने जेसीबी मंगवाकर मुन्ना पासवान, स्वतंत्र पासवान, राजपति और बृजभान पासवान सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों के घरों पर जबरदस्त तोड़फोड़ कर दी। घरों में लगे खिड़की, दरवाजे, दीवारें पुलिस ने ढहवा दीं। मकान में रखा एक-एक सामान हथौड़े से तोड़ा गया। प्रधान के घर के सामने खड़े ट्रैक्टर को भी जेसीबी से क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
@azamgarhpolice थाना रौनापार क्षेत्र के पलिया गांव के प्रधान के घर पर तोड़फोड़ के संबंध में पुलिस पर लगाए गए आरोप पर #Spazh का आधिकारिक वक्तव्य@Uppolice @adgzonevaranasi @digazamgarh @News18UP @112UttarPradesh @dgpup @AmarUjalaNews @aajtak @varanasipolice pic.twitter.com/TAzSimWcyu
— AZAMGARH POLICE (@azamgarhpolice) July 5, 2021
एसपी (SP) आजमगढ़ सुधीर कुमार सिंह ने जनज्वार को बताया कि 'प्रधान पति अपने साथियों के साथ छेड़खानी कर रहा था। जिसका एक व्यक्ति ने वीडियो बनाना शुरू किया तो उसकी पिटाई कर दी गई। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों पर भी प्रधान पति ने हमला किया। इसी मामले में एक पुलिस तो दूसरा घायल की तरफ से मुकदमा दर्ज है। पुलिस ने कोई तोड़फोड़ नहीं कीै। महिलाओं की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ तोड़फोड़ का मुकदमा दर्ज किया गया है।'