UP : कोचिंग सेंटर बंद होने से शिक्षक ने फांसी लगाकर दी जान, परिजनों ने बताया आमदनी बंद होने से चल रहे थे परेशान
कोचिंग बंद होने से शिक्षक ने फांसी लगाकर दी जान. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जनज्वार, कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित श्याम नगर में मंगलवार रात मानसिक तनाव में आकर एक कोचिंग संचालक ने कोचिंग सेंटर में ही फांसी लगाकर जान दे दी। वह कोरोना काल में आमदनी बंद होने से परेशान चल रहे थे। स्वर्ण जयंती विहार निवासी वरुण रामपुर हाउसिंग सोसाइटी में प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग देते थे।
जानकारी के मुताबिक 36 वर्षीय मृतक कोचिंग संचालक वरुण शुक्ला के परिवार में पत्नी पूजा और एक बेटा है। वरुण के भांजे प्रखर ने बताया कि कोरोना काल में कोचिंग नहीं चल रही थी। जिससे मामा वरुण परेशान रहते थे। मंगलवार 15 जून की दोपहर को वह घर से खाना खाकर कोचिंग सेंटर के लिए निकल गए थे।
कोचिंग सेटर से देर रात तक वापस नहीं आने पर परिजनों को चिंता हुई। जिसके बाद उन्होंने कोचिंग सेंटर में जाकर देखा तो पंखे के कुंडे के सहारे रस्सी से वरुण का शव लटक रहा था। परिजनो ने नजदीकी पुलिस चौकी को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर शव नीचे उतारा।
कोचिंग संचालक द्वारा फांसी लगाकर जान देने के मामले में चकेरी इंस्पेक्टर दधिबल तिवारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान परिजनों ने मानसिक तनाव में फांसी लगाने की बात बताई है। मामले में कार्रवाई की जा रही है। जो भी बात सामने आएगी उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं परिजनो से बात करने पर पता चला कि वरूण की कमाई का जरिया एकमात्र कोचिंग सेंटर ही था। लॉकडाउन के चलते कई महीनो से कोचिंग बंद पड़ी हुई थी। जिसके चलते वह परेशान रहने लगे थे। परिवार की आर्थिक स्थिति भी लगातार कमजोर होती जा रही थी।