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उत्तर प्रदेश

UP में पुलिस अधिकारी की दरियादिली पर डॉक्टरों की तानाशाही पड़ी भारी, डॉक्टर के सामने तड़पती महिला की हो गयी मौत

Janjwar Desk
16 Sep 2020 4:44 AM GMT
UP में पुलिस अधिकारी की दरियादिली पर डॉक्टरों की तानाशाही पड़ी भारी, डॉक्टर के सामने तड़पती महिला की हो गयी मौत
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एसआई सुशील पंवार करते रहे डॉक्टर से घायल महिला के इलाज की गुजारिश, मगर डॉक्टर था फोन पर व्यस्त 

एसआई लगातार डॉक्टर से कह रहे हैं कि वह घायल महिला को देख लें उसकी जान बच जायेगी, मगर अस्पताल का एक भी स्वास्थ्यकर्मी मदद को आगे नहीं आया। समय पर इलाज न मिलने के कारण महिला की मौत हो गयी

जनज्वार। यूपी के बदायूं का एक तानाशाह स्वास्थ्यकर्मी सब इंस्पेक्टर से ही भिड़ गया और सबको धमकाने वाली यूपी पुलिस पर ही रौब गांठ दिया। बदायूं के बिल्सी हाइवे पर जा रहे मां बेटे को टैंकर ने टक्कर मार दी थी, जिसके बाद एक एसआई उसे लेकर सीएचसी पहुंचे थे।

मीडिया में इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है कि एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल महिला को देखने के बजाय सीएचसी डॉक्टर फोन पर ​व्यस्त है। एसआई लगातार उससे कह रहे हैं कि वह घायल महिला को देख लें उसकी जान बच जायेगी, मगर अस्पताल का एक भी स्वास्थ्यकर्मी मदद को आगे नहीं आया। समय पर इलाज न मिलने के कारण महिला की मौत हो गयी।

दरअसल एक सब इंस्पेक्टर किसी घायल महिला को लेकर सोमवार 14 सितंबर को बिल्सी जिला अस्पताल पहुंचा था। पुलिसकर्मी ने घायल महिला की जान बचाने के लिये जी जान लगा दी, मगर अफसोस बिल्सी सीएचसी के कर्मचारियों की लापरवाही से महिला की मौत हो गयी। बताया जाता है कि मामला उघैती बिल्सी हाईवे पर नरैनी चौराहे के नजदीक एक कैंटर ने बाइक सवार माँ बेटे को टक्कर मार दी थी।

सूचना मिलते ही तुरन्त थाना उघैती से एसआई सुशील पंवार मौके पर पहुँच गए। तब तक महिला जिंदा थी। आनन-फानन में एसआई महिला व उसके पुत्र को लेकर सीएचसी बिल्सी अस्पताल पहुँचे। अस्पताल में एसआई सुशील पवार 30 मिनट तक स्टाफ से महिला को देखने का अनुरोध करते रहे, मगर कोई नहीं आया।

इस घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए IPS अमिताभ ठाकुर लिखते हैं, 'सूचना अनुसार PS बिल्सी @budaunpolice के युवा SI सड़क पर पड़ी एक महिला को अस्पताल ले गए, 20 मिनट तक डॉ० को बार-बार गुहार के बाद अनसुना किया गया, जिससे वे निराश दिखते है पर इनके जज्बे को मेरा सलाम यदि उचित समझें तो इन्हें पुरस्कृत करें।'


अस्पताल का कोई डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्यकर्मी जब मदद को आगे नहीं आया तो एसआई ने खुद महिला सिपाहियों की मदद से स्ट्रेचर लाकर घायल महिला को अदंर ले गया। जब पुलिस ने डॉक्टर से तुरन्त उपचार की गुहार लगाई तो स्टॉफ देखने की बजाय उल्टा एसआई से एक डॉक्टर का रुआब दिखाते हुए नोंक-झोंक करने लग गया। इसका नतीजा ये रहा कि समय से इलाज न मिल पाने के चलते महिला ने दम तोड़ दिया।

उक्त घटना से मायूस एसआई तथा पूरा स्टॉफ अपने आंसूओं को नहीं रोक पाया। अस्पताल में मौजूद भारी भीड़ व मरीज एसआई तथा उनके स्टाफ की खूब प्रशंसा हुई एसआई सुशील पंवार का कहना था भले ही उसकी मौत हो जाती, पर एक बार डॉक्टर देख लेता तो तसल्ली हो जाती। घटना का वीडियो वायरल होने पर लोग एसआई सुशील पवांर की इस दरियादिली की जमकर तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं स्वास्थ्य विभाग की फजीहत हो रही है।

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