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बिकरू डॉन की मौत के बाद खाली हुई गद्दी कौन संभालेगा, विकास दुबे के नाम पर ही रजिस्टर था गैंग
बिकरू डॉन
जनज्वार, कानपुर। विकास दुबे के पंजीकृत गिरोह में जय बाजपेई और उसके भाइयों को भी शामिल किया गया है। एनकाउंटर में मौत हो जाने के बाद गिरोह से विकास दुबे का नाम हटा दिया गया है और नए गैंग लीडर की तलाश की जा रही है।
पुलिस रिकॉर्ड में डी-124 गिरोह विकास दुबे के नाम से पंजीकृत है। इसमें पूर्व में उसके एक दर्जन गुर्गों को शामिल किया गया था। बिकरू कांड के बाद इस गैंग चार्ट का रिव्यू किया गया। एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे और उसके पांच साथियों के नाम गिरोह से निकाल दिए गए। उनकी जगह पर अब तक गैंग चार्ट में 25 लोगों के नाम अंकित हो चुके हैं।
पुलिस ने बिकरू कांड की विवेचना शुरू की तो जय बाजपेई का नाम प्रकाश में आया। घटना वाले दिन विकास दुबे को हथियार, पैसा और उसके बाद भागने के लिए गाड़ियां उपलब्ध कराने के आरोप में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा। बाद में उसे और उसके भाइयों को गैंगस्टर एक्ट में नामजद किया गया। इन्हीं कार्रवाई को देखते हुए पुलिस ने जय और उसके भाइयों के नाम विकास दुबे के गैंग चार्ट में बढ़ा दिया है।
जिलेदार सम्हाल सकता है गद्दी
पुलिस ने जो मानक तय किए हैं, उससे जेल गए विकास के खास गुर्गे जिलेदार को नए सरगना के तौर पर पंजीकृत कराने की आशंका सबसे ज्यादा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिलेदार विकास के साथ शुरू से ही जुड़ा रहा है। वह उसके साथ कई घटनाओं में भी शामिल रहा है। साथ ही जब विकास दुबे के नाम पर गिरोह पंजीकृत हुआ था, उस समय भी जिलेदार का नाम उसमें शामिल किया गया था।
विकास के गैंग चार्ट को रिव्यू किया जा रहा है। उसमें कुछ लोगों को शामिल किया गया है और जो उसमें शामिल थे और मर गए हैं उनका नाम हटाया गया है। इस गैंग चार्ट पर अभी काम होता रहेगा। आगे भी जो लोग प्रकाश में आएंगे और अपराध में शामिल होंगे, उनका नाम जोड़ा जाता रहेगा।
एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि बिकरू कांड के बाद विकास के जिन गुर्गों को जेल भेजा गया है, उन्हीं का आपराधिक इतिहास फिर से रिव्यू किया जा रहा है। यह देखा जा रहा है विकास दुबे के आपराधिक जीवन में कौन सबसे ज्यादा उसके साथ रहा है तथा घटनाओं में शामिल भी रहा है। उसी के आधार पर उसे गिरोह का सरगना के तौर पर पंजीकृत कराया जाएगा।