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उत्तर प्रदेश

दर्द: गोद में मासूम, टूटा पांव- जब बैसाखी के सहारे चुनाव ड्यूटी कटवाने को भटकती टीचर की आंखों से छलकी पीड़ा

Janjwar Desk
28 Jan 2022 2:01 PM IST
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(चुनाव की ड्यूटी कटवाने के लिए चक्कर लगाती शिक्षिका की छलकी पीड़ा)

टीचर दो साल के बच्चे के साथ अकेली रहती है। एक महीने पहले सड़क दुर्घटना में उसका पैर टूट गया। पैर में सरिया पड़ी है। बैसाखी के सहारे चल रही है और चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थ है...

Agra News: उत्तर प्रदेश के आगरा में टूटा हुआ पैर, गोद में बच्चा और बैसाखी के सहारे खिसकते हुए एक शिक्षिका गुरुवार 28 जनवरी को चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए संजय प्लेस से कलक्ट्रेट तक भटकती रही। ऑफिस में डीएम नहीं मिले, तो सीढ़ियों पर बैठकर रोती रही। बहुत देर भटकने के बाद एडीएम सिटी ने पीड़िता की सुनवाई की। जिसके बाद उसका प्रार्थनापत्र लेकर नियमानुसार कार्यवाही के लिए डीआईओएस (DIOS) को भेजा गया है।

बाराबंकी निवासी 30 वर्षीय आरती ने बताया कि वह सरकारी विद्यालय में शिक्षिका (Government Teacher) है। पति जयपुर में काम करता है। दो साल के बच्चे के साथ अकेली रहती है। एक महीने पहले सड़क दुर्घटना में उसका पैर टूट गया। पैर में सरिया पड़ी है। बैसाखी के सहारे चल रही है और चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थ है। चिकित्सक ने उसे बेड रेस्ट बताया है।

गुरुवार की सुबह 11 बजे वह ड्यूटी कटवाने के लिए प्रभारी कार्मिक एवं सीडीओ के कार्यालय संजय प्लेस स्थित विकास भवन पहुंची। वहां से उसे कलक्ट्रेट भेज दिया। आरती ने बताया कि ड्यूटी डीएम साहब के यहां कटेगी। रिक्शे में बैठकर वह कलक्ट्रेट पहुंची, तो डीएम ऑफिस में नहीं थे। वह निराश होकर सीढ़ियों पर बैठ कर रोने लगी।

एडीएम सिटी अंजनी कुमार के समक्ष पीड़िता की समस्या रखी। एडीएम सिटी ने सहानुभूति पूर्वक आरती की बात सुनी और उसके प्रार्थनापत्र को नियमानुसार कार्यवाही के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक के पास भेजा। कलक्ट्रेट में गुरुवार को पांच लोगों ने ड्यूटी कटवाने के लिए प्रार्थनापत्र एनआईसी सभागार में जमा कराए हैं।

400 से अधिक आवेदन

ड्यूटी कटवाने के लिए 400 से अधिक आवेदन जिला प्रशासन को प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह का कहना है कि बीमार, घायल, पति-पत्नी से एक व्यक्ति की ड्यूटी नहीं लगेगी। बीमार कर्मचारियों की ड्यूटी काटने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया है। बोर्ड जांचने के बाद ड्यूटी हटा सकता है।

प्रधानाचार्यों को चुनावी ड्यूटी से मुक्त करने की डिमांड

उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद, जिला शाखा की ओर से जिला निर्वाचन अधिकारी को संबोधित ज्ञापन मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में दिया गया। प्रधानाचार्यों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त किए जाने की मांग की गई है। परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. रक्षपाल सिंह त्यागी का कहना है कि यदि प्रधानाचार्यों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त नहीं किया जाता है, तो उनकी ड्यूटी ग्रेड पे को देखते हुए ही लगाई जाए।

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