Barabanki News: संस्कृत पढ़ाने वाले दलित शिक्षक की दूसरी जाति के शिक्षकों ने काटी चोटी, जानिए क्या है पूरा मामला
Barabanki News: संस्कृत पढ़ाने वाले दलित शिक्षक की दूसरी जाति के शिक्षकों ने काटी चोटी, जानिए क्या है पूरा मामला
Barabanki News: यूपी के बाराबंकी शहर के सिटी इंटर कॉलेज के संस्कृत शिक्षक ने कॉलेज में चोटी काटे जाने व प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि दलित होने के कारण उसे परेशान किया जा रहा है। उसने मुख्यमंत्री सहित अधिकारियों को श्किायती पत्र भेजा है। इससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। पूरे मामले की जांच डीआइओएस कर रहे है।
सिटी इंटर कॉलेज में तैनात संस्कृत के शिक्षक अभय कोरी ने मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी समेत कई अधिकारियों को भेजी शिकायत में कहा है कि कॉलेज में शिक्षकों ने गुट बना रखा है। यह सभी लोग उसे आए दिन यह कहकर प्रताड़ित करते हैं कि तुम अनुसूचित जाति से आते हो। अभय कोरी का आरोप है कि कॉलेज में ही सभी ने मिलकर उसकी चोटी काट दी और मारपीट भी की। एक बार उसे निलंबित भी करवा दिया गया था। प्रकरण अधिकारियों के संज्ञान में आते बुधवार 7 सितंबर को शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा रहा। जिला विद्यालय निरीक्षक ओपी त्रिपाठी ने कहा है कि मामले की जांच चल रही है। अभी आगे कुछ कह पाना संभव नहीं है।
2019 में बीएचयू के मुस्लिम प्रोफेसर को भी संस्कृत पढ़ाने से रोका गया था
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्कृत विभाग में सहायक प्रोफेसर पद पर फिरोज खान की नियुक्ति पर विवाद उठा था। उनके द्वारा संस्कृत पढ़ाये जाने पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन कर आपत्ति जताई थी और विश्वविद्यालय के उन्हें छात्र हटाये जाने पर अड़े रहे थे। फिरोज खान की नियुक्ति 7 नवंबर 2019 को बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान (एसवीडीवी) में सहायक प्रोफेसर पद पर हुई थी।
इस विवाद पर प्रोफेसर खान ने एक समाचार पत्र से कहा था कि 'मैंने अपने पूरे जीवन भर संस्कृत की पढ़ाई की और मैंने खुद को यह कभी महसूस नहीं होने दिया कि मैं एक मुसलमान हूं, लेकिन अब मैं जब पढ़ाने की कोशिश कर रहा हूं तो अचानक मेरे धर्म को मुद्दा बना दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा था इतनी जानकारी मुझे कुरान की नहीं है। सहायक प्रोफेसर फिरोज ने शास्त्री, शिक्षा शास्त्री (बी.एड), आचार्य की डिग्री ली थी। यह मामला भी काफी सुर्खियों में रहा था।