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गैंगस्टर विकास दुबे के परिजनों का BJP MLC ने खुलकर किया समर्थन, CM योगी को पत्र लिख कर डाली ये मांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भाजपा एमएलसी उमेश द्विवेदी (photo : facebook)
जनज्वार, कानपुर। बिकरू डॉन विकास दुबे के नाम से शायद ही कोई अंजान हो, मीडिया तो खासतौर पर। 8 पुलिसवालों को मारने के बाद चर्चा में आये विकास दुबे का नाटकीय ढंग से यूपी पुलिस ने एनकाउंटर किया था।
विकास दुबे तो मर गया, मगर उसके बाद भी लगातार एक के बाद एक राज खुलते जा रहे हैं। अब तो भाजपा एमएलसी खुलेआम विकास दुबे के परिवार के बचाव में उतर चुके हैं और उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भी लिख डाला है। भाजपा से विधान परिषद सदस्य उमेश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आज मंगलवार 16 मार्च को एक पत्र लिखकर विकास दुबे के परिजनों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
पुलिस एनकाउंटर में मारे गए बिकरू डॉन विकास दुबे के परिजनों की सुरक्षा में उतरे भाजपा एमएलसी उमेश द्विवेदी ने आरोप लगाया कि पुलिस गैंगस्टर के परिजनों से लगातार पैसों की वसूली में लगी है। पैसे न देने के स्थिति में उसके लोगों को बेवजह प्रताड़ित कर रही है।
उमेश द्विवेदी ने योगी को लिखे अपने पत्र में कहा है कि पुलिस विकास विकास दुबे के परिवार में महिलाओं और बच्चों को भी प्रताड़ित कर रही है। भाजपा एमएलसी के अनुसार इस मामले में मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि कोई भी निर्दोष गलत तरीके सेनहीं फंसाया जाएगा।
भाजपा से एमएलसी उमेश द्विवेदी अखिल भारतीय ब्राह्मणोत्थान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, माना जा रहा है कि ब्राह्मण होने के कारण वह विकास दुबे के परिवार के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर रखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि अकसर उमेश द्विवेदी ब्राह्मण उत्पीड़न को लेकर आवाज बुलंद करते रहते हैं।
उमेश द्विवेदी ने मुख्यमंत्री योगी को लिखा है कि विकास दुबे के भाई की पत्नी अंजली दुबे ने प्रार्थनापत्र दिया है, जो मेरे इस पत्र के साथ संलग्न है, उसका अवलोकन करने का कष्ट करें। यह बिकरू कांड के बाद निर्दोष पति-पत्नी पर पुलिस के अनर्गल केस को समाप्त करने के संबंध में है।
बकौल उमेश द्विवेदी अंजली दुबे और उनके पति दीप प्रकाश दुबे उर्फ दीपक को चर्चित बिकरू कांड में फर्जी मुकदमे के आधार पर फंसाया जा रहा है। पुलिस इनके परिवार को प्रताड़ित कर रही है, जिससे इन्हें मानसिक क्षति हो रही है। इनके दो बेटे हैं, जिनका पालन-पोषण करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अनुरोध है कि अंजली दुबे व इनके पति पर लगे मुकदमों की उच्च स्तरीय विवेचना कराकर मुकदमा समाप्त कराने के लिए संबंधितों को निर्देशित करने का कष्ट करें।
योगी को लिखे अपने पत्र के साथ एमएलसी उमेश द्विवेदी ने अंजली दुबे का प्रार्थना पत्र भी संलग्न किया है, जिसमें अंजली ने लिखा है कि वह और उनके पति दीप प्रकाश दुबे उर्फ दीपक लखनऊ के कृष्णानगर में पिछले 15 वर्ष से मकान बनाकर रह रहे हैं। जिस रात बिकरू कांड हुआ, उस रात भी मेरे पति मेरे साथ थे, जिसे पुलिस ने भी माना है। फिर भी जबरन कबाड़ की खरीदी गई गाड़ी को आधार बनाकर मेरे पति पर फर्जी मुकदमा लाद दिया गया और उन्हें जेल भेज दिया गया। मेरे ऊपर भी जब किसी प्रकार का आरोप नहीं मिला तो मेरे शस्त्र के आवेदन में पारिवारिक अन्य शस्त्रों का ब्योरा न होने का मुकदमा दर्ज कराया गया। मेरे पास 10 वर्ष पहले का बना लाइसेंस है। इसी को आधार बनाकर लगातार पुलिस प्रशासन द्वारा डराया, धमकाया व गिरफ्तारी की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने मेरे पूरी परिवार का जीना दूभर कर दिया है। मेरा व मेरे पति का बिकरू कांड से कोई लेना देना नहीं था और न ही उस केस में हम पति-पत्नी की किसी भी प्रकार की संलिप्तता पुलिस की जांच में पाई गई।
भाजपा एमएलसी ने योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया है कि अंजली दुबे और उनके पति के ऊपर लगाए गए मुकदमों की उच्च स्तरीय विवेचना कराकर मुकदमे खत्म किए जाएं।
गौरतलब है कि कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने पिछले साल 2 जुलाई की रात को अपनी गैंग के साथ मिलकर आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। उसके बाद यूपी एसटीएफ (Special task force) ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को एनकांउटर में ढेर कर दिया था। बिकरू कांड (Bikeru kand) के बदमाशों के एनकांउटर (Encounter) के बाद समाज का एक बड़ा धड़ा पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज था।