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उत्तर प्रदेश

Bundelkhand Water Crisis: बुंदेलखंड में नहीं सुधर रहे हालात, तपती गर्मी में बूंद बूंद पानी के लिए युवा कर रहे जद्दोजहद

Janjwar Desk
28 Jun 2022 4:10 PM IST
Bundelkhand Water Crisis: बुंदेलखंड में नहीं सुधर रहे हालात तपती गर्मी में बूंद बूंद पानी के लिए युवा कर रहे जद्दोजहद
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Bundelkhand Water Crisis: बुंदेलखंड में नहीं सुधर रहे हालात तपती गर्मी में बूंद बूंद पानी के लिए युवा कर रहे जद्दोजहद

Bundelkhand Water Crisis: बुंदेलखंड की सियासत को गरमाने में कांग्रेस के राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा मुखिया अखिलेश यादव पीछे नहीं रहे।

Bundelkhand Water Crisis: बुंदेलखंड की सियासत को गरमाने में कांग्रेस के राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा मुखिया अखिलेश यादव पीछे नहीं रहे। देश के मौजूदा पीएम व सीएम ने बुंदेलखंड को विशेष पैकेज देकर परियोजनाओं को स्थापित कराने के साथ पानी की समस्या से मुक्त कराने के तमाम दावे किये। बिन सबके विपरीत 27 जून को हमीरपुर जिले के मौदहा में युवाओं ने पानी के लिए संषर्घ शुरू किया। यहां के हालात खुद बया कर रहे की अभी भी यहां पानी का मुद्दा बड़ा है और हावी है। सरकारे सिर्फ घोषणाएं भर करती है।

मौदहा कस्बा में पानी की समस्या से नाराज लोगों ने जल संस्थान परिसर में अनशन शुरू कर दिया। सपा यूथ ब्रिगेड के याकूब की अगुवाई में क्रमिक अनशन जारी है। लोगों ने बताया पेयजल किल्लत पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। मौदहा नगर पालिका बीते कई सालों से भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर जगजाहिर है और इस बार पेयजल समस्या को लेकर अनशन पर बैठे लोगों ने एक और भ्रष्टाचार से जुड़ा मोर्चा खोल दिया है। पेयजल समस्या से जूझ रहे मौदहा के लोग व समाजसेवियों ने 27 जून सोमवार से क्रमिक अनशन की शुरुआत कर दी है इनका कहना है कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होता तब तक अनावृत अनशन जारी रखेंगे।


अनशकारियों ने बताया कि नगर पालिका मौदहा द्वारा नलकूप लगाने के लिए करीब दो करोड रुपयें का बजट दिया गया था जिस पर महज दो नलकूप तो लग गए हैं लेकिन पेयजल की समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई जबकि यही दो नलकूप निजी तौर पर 10 से 15 लाख खर्च में लगाये जा सकते हैं। यह सब तब है जब योगी सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए अलग अलग तरह के प्रयोग करने में लगे है। लेकिन रसूखदार अधिकारी अभी भी पुरानी जगहों पर जमें हुए है।

पहले सौंपा ज्ञापन फिर आंदोलन

मई माह में एसडीएम को दिये गये ज्ञापन में पेयजल आपूर्ति की समस्या के निदान ना होने पर अनशन की चेतावनी दी गई थी। इसके बावजूद समस्या का निदान ना होना पालिका की लापरवाही को दर्शाता है। जिसके बाद शहर और कस्बे के नवयुवक सड़क पर उतरने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों की पोल भी खोलनी शुरू कर दी है।


ये है भ्रष्टाचार की कहानी

अनशन पर बैठे श्रीनाथ, साकिब सिद्दीकी, नाहिद शेरू, फिरोज खान, शाहिद सिद्दीकी, बटलर खान, महबूब जुलूस, मोबीन पहलवान, कांग्रेस के राजू शफकत ने बताया कि एक करोड़ सत्तर लाख रुपये में सिर्फ दो नलकूप ही खोदे जा सके हैं। उनमें भी ढाई इंच पानी देना बताया जा रहा है। जबकि सैकड़ों की तादाद में हैंडपंप खराब पड़े हैं।

अवर अभियंता और ईओ ने दी सफाई

जल संस्थान के अवर अभियंता विश्वलेंद्र नाथ ने बताया कि हैंडपंप ठीक कराए जा रहे हैं। नए नलकूपों के लिए नगर पालिका परिषद ने जल निगम को धन भी उपलब्ध करा दिया है। किल्लत वाली जगह पर टैंकर भेजे जा रहे हैं। तो वहीं ईओ का कहना है पानी की किल्लत दूर होगी। अधिशासी अधिकारी सुशील कुमार दोहरे ने हमें बताया कि, जल निगम को तीन नलकूपों का पैसा दिया जा चुका। और एक नए नलकूप को मंजूरी मिल गई। स्थान का चयन भी जल्द कर लिया जायेगा। लेकिन यह सब होगा कब अभी तारीख तय नहीं है, और न ही इसका जवाब दिया जा सका।

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