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कासगंज कांड: CM योगी ने की शहीद सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपये और एक आश्रित को नौकरी देने की घोषणा
file photo
जनज्वार। अभी बिकरू कांड यानी गैंगस्टर विकास दुबे की दहशत के कारनामे और उसके बाद की तमाम फिल्मी स्टाइल की कहानियां लोगांें की जेहन में ताजा ही हैं कि ऐसी ही एक घटना यूपी के ही कासगंज में सामने आयी है। यहां मंगलवार 9 फरवरी की रात को दबिश देने गई पुलिस टीम पर शराब माफिया ने हमला कर दिया। हमले में एक सिपाही शहीद हो गया और दरोगा की हालत बहुत गंभीर बनी हुई है।
इस घटना के बाद अलीगढ़ से आला अधिकारी घटनास्थल की की तरफ रवाना हुए और शासन-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए शहीद सिपाही के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक आश्रित को नौकरी देने की घोषणा की है। इस बीच पुलिस ने हमलावरों की तलाश में कई टीमें घटित कर पड़ताल तेज कर दी है।
मीडिया में आ रही जानकारी के मुताबिक मंगलवार 9 फरवरी की देर शाम कासगंज के सिढ़पुरा थाने के दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र सिंह को अवैध शराब की खेप के बारे में सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर जब दरोगा और सिपाही दबिश देने पहुंचे तो शराब माफिया ने दोनों पर जानलेवा हमला कर दिया। न सिर्फ हमला किया गया, बल्कि बंधक बनाकर दोनों की बुरी तरह पिटाई की गयी। उनकी वर्दी फाड़कर हथियार छीन लिये गये। दरोगा को मरा हुआ जानकर हमलावर रास्ते में फेंक गये और सिपाही को अपने साथ ले गये।
दरोगा को लहूलुहान हालत में देखकर एक ग्रामीण ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पहुंची टीम ने दरोगा को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। इसी बीच सिपाही की तलाश शुरू की गई। एसपी मनोज कुमार सोनकर का कहना है कि उन्होंने कई थानों की पुलिस को जंगल में सिपाही की तलाश में लगा दिया था। करीब एक घंटे की तलाश के बाद जंगल में बहुत दूर गंभीर हालत में सिपाही देवेंद्र सिंह बरामद हुआ। हमलावरों ने उसे बुरी तरह पीटा था और शायद मरा हुआ जानकर फेंक दिया था।
पुलिस टीम सिपाही देवेंद्र सिंह को भी उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर गयी, जहां हालत बहुत खराब देखकर अलीगढ़ रेफर कर दिया गया, मगर रास्ते में ही देवेंद्र की मौत हो गयी।
घटना की जानकारी मिलते ही एडीजी अजय आनंद, डीआईजी पीयूष मोर्डिया और डीएम चन्द्रप्रकाश सिंह वहां पहुंचे। आईजी पीयूष मोर्डिया ने मीडिया को बताया पुलिसकर्मी जहरीली शराब के मामले में कुर्की पूर्व नोटिस चस्पां करने गए थे, जहां दोनों को बंधक बना लिया। मौके से शराब की भट्टी का सामान बिखरा पड़ा मिला है।
मुख्यमंत्री योगी ने बिकरू जैसी इस घटना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश देते हुए रासुका लगाने को कहा है।
इस मामले में एडीजी आगरा अजय आनंद कहते हैं, जहरीली शराब के मामले में दरोगा और सिपाही समन तामील कराने गए थे। वहीं पर शराब माफिया ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया। इसमें हमारे सिपाही देवेंद्र सिंह शहीद हो गए। दरोगा गंभीर रूप से घायल हैं। उनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। हमलावरों की तलाश की जा रही है। दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
कासगंज में पुलिस के साथ हुई इस वारदात ने कानपुर के बिकरू कांड के जख्म हरे कर दिये हैं। बिकरू में गैंगस्टर विकास दुबे के यहां दबिश देने गई पुलिस पर हमला किया गया था, जिसमें एक सीओ समेत कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। उसी तरह कासगंज में राब माफिया ने वर्दी में पहुंची पुलिस पर न सिर्फ हमला किया, बल्कि उन्हें अगवा कर अपने साथ ले गए और रास्ते में लहूलुहान हालत में फेंक दिया।