- Home
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- शहीद हवलदार बिपुल रॉय...
शहीद हवलदार बिपुल रॉय की बेटी ने मां से पूछा, सामान क्यों बांध रही हो पापा को ड्यूटी से आने दो
जनज्वार ब्यूरो/मेरठ। भारत चीन सीमा पर लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार 15 जून की रात चीन के साथ हुई खूनी झड़प में मेरठ के रहने वाले 35 वर्षीय हवलदार बिपुल रॉय भी शहीद हो गए। उनके शहीद होने की सूचना बुधवार को उनके परिजनों को मिली तो घर पर मातम पसर गया। आस पड़ोस के लोग शहीद की पत्नी को सांत्वना देने के लिए पहुंचने लगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिपुल रॉय की शहादत को श्रद्धाजंलि देते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार शहीद के परिवार के साथ है। शहीद के परिवार को हर सम्भव मदद दी जाएगी।
लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। लद्दाख में हुई हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। इसी बीच भारतीय सेना की ओर से चीन के हमले में शहीद हुए जवानों की लिस्ट जारी कर दी गई है। इस लिस्ट में 81 एमपीएससी रेजिमेंट के हवलदार सिपाही बिपुल रॉय का भी नाम शामिल है।
हमले में शहीद हवलदार विपुल रॉय मूल रूप से पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के बिंदीपारा गांव के रहने वाले थे। उन्होंने वर्ष 2003 में भारतीय फौज जॉइन की थी। मेरठ में वह थाना कंकरखेड़ा क्षेत्र के रोहटा रोड की कुंदन कुंज कॉलोनी में किराए के मकान में रहते थे। उनके साथ उनकी पत्नी और बेटी रहती थी। बिपुल रॉय वर्तमान में लद्दाख की गलवान घाटी में तैनात थे।
जानकारी के अनुसार, शहीद का अंतिम संस्कार पश्चिम बंगाल में ही होगा। गुरुवार सुबह विपुल की पत्नी और बच्ची रवाना होंगी। विपुल की शहादत की सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन के कई अफसर शोक व्यक्त करने उनके घर पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की वीरता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा है कि राष्ट्र की रक्षा के लिए अदम्य साहस एवं शौर्य का परिचय देकर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मेरठ निवासी सेना के हवलदार बिपुल रॉय की शहादत को शत-शत नमन करते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि शोक की इस घड़ी में राज्य सरकार शहीद के परिवार के साथ है।